आगरा मेट्रो को लेकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर है, इसलिए जब भी वह ताज नगरी किसी भी मामले को लेकर आते हैं मेट्रो की बात जरूर करते हैं। आगरा मेट्रो आगरा की शान बनती हुई दिखाई दे रही...
Agra News : आगरा मेट्रो के निर्माण से मोती कटरा के मकानों में दरारें, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा पर संकट
Nov 15, 2024 20:42
Nov 15, 2024 20:42
विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने किया मोती कटरा का निरीक्षण
मोती कटरा में मेट्रो परियोजना के तहत अंडरग्राउंड ट्रैक बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। लेकिन, इसके परिणामस्वरूप कई घरों की दीवारों और छतों में गहरी दरारें आ गई हैं। घरों के फर्श उखड़ने लगे हैं, जिससे निवासियों की सुरक्षा पर संकट खड़ा हो गया है। इस समस्या को देखते हुए दक्षिण विधानसभा के विधायक और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने क्षेत्र का दौरा किया। निरीक्षण के बाद, उन्होंने डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी और मेट्रो अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा और आर्थिक सहयोग देने के निर्देश दिए गए।
डीएम ने भी देखा हालात, दिए जरूरी निर्देश
डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी ने भी मेट्रो अधिकारियों के साथ मोती कटरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मकानों की दयनीय स्थिति देखी और मेट्रो अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी हालत में प्रभावित लोगों को न्याय और आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए।
मकानों की हालत गंभीर, जानमाल का खतरा
मेट्रो के अंडरग्राउंड ट्रैक निर्माण के चलते मोती कटरा के कई मकानों में दरारें आ चुकी हैं। कुछ मकान तो दूसरे मकानों की ओर झुक गए हैं, जिससे इनकी स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि मौसम में कोई बदलाव होता है या बेमौसम बारिश हो जाती है, तो इन मकानों के गिरने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे जीवन संकट में पड़ सकता है। यूपीएमआरसी ने समस्या की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को 10 दिनों के लिए 500 रुपये प्रति व्यक्ति मुआवजा दिया है, लेकिन यह राशि उनके अनुसार बेहद कम है।
निवासियों की चिंताएं और प्रशासन से नाराजगी
मोती कटरा के निवासी प्रवीण और उनकी मां कुसुम ने बताया कि 27 सितंबर को मेट्रो की खुदाई के दौरान अचानक छत के पत्थर गिरने लगे थे, जिससे उन्हें भूकंप जैसा महसूस हुआ। गौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि यूपीएमआरसी की खुदाई ने उनकी रातों की नींद और दिन का चैन छीन लिया है। उन्होंने बताया कि रात में सोते समय ऐसा लगता है जैसे घर कांप रहा हो। संजय वर्मा ने बताया कि उनके मकान में ऊपर से नीचे तक दरारें आ चुकी हैं, जिससे उनकी जान पर हर वक्त खतरा मंडराता रहता है।
न्याय की मांग, प्रशासन से सवाल
निवासियों का कहना है कि मेट्रो के अधिकारियों ने खुद के लिए शानदार आवास बनवा लिए हैं, जबकि स्थानीय लोगों को मौत के साए में छोड़ दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि यहां कोई हादसा होता है, तो उसकी जिम्मेदारी किस पर होगी। इन हालात को देखते हुए विधायक योगेंद्र उपाध्याय और डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी ने यहां का निरीक्षण किया है, लेकिन स्थानीय लोग अब भी न्याय की प्रतीक्षा में हैं।
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