फिरोजाबाद के नसीरपुर क्षेत्र में किसानों ने औधोगिक गलियारे में जमीन अधिग्रहण के दौरान सर्किल रेट में बढ़ोतरी की मांग को लेकर आंदोलन किया...
फिरोजाबाद में दूसरे दिन भी किसानों का धरना जारी : सर्किल रेट बढ़ाने की मांग, अधिवक्ताओं का भी मिला समर्थन
Nov 24, 2024 19:49
Nov 24, 2024 19:49
किसान यूनियन का समर्थन
नसीरपुर गांव के किसानों के आंदोलन में आसपास के कई गांवों ने भी समर्थन जताया। किसानों का कहना है कि आंदोलन को और अधिक मजबूती देने के लिए किसान यूनियन के एक राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने की भी संभावना जताई जा रही है। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष पुष्पेन्द्र यादव ने भी रविवार को किसानों के धरने पर पहुंचकर उनका समर्थन किया और आंदोलन को न्याय दिलाने की बात की।
किसान यूनियन और अधिवक्ताओं का समर्थन
किसान और अधिवक्ताओं का कहना है कि सर्किल रेट में अंतर के कारण नसीरपुर गांव के किसान नुकसान में हैं। अवावकपुर, अतापुर और गोसपुर गांव के किसानों को 31 लाख रुपये प्रति हैक्टेयर मिल रहे हैं, जबकि नसीरपुर के किसानों को 23 लाख रुपये प्रति हैक्टेयर मिल रहे हैं। इस अंतर को भरने की मांग को लेकर किसान और अधिवक्ता मिलकर आंदोलन कर रहे हैं। तहसील वार एसोसियेशन के अधिवक्ताओं ने भी इस आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
किसानों को मिला अधिवक्ताओं का सहयोग
नसीरपुर गांव में जमीन अधिग्रहण से प्रभावित अधिवक्ता परिवार भी इस आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। लगभग 50 बीघा भूमि अधिग्रहण में जाने वाली है, जिससे अधिवक्ता वर्ग भी अपनी मांग को लेकर आंदोलन में शामिल हो गए हैं। अधिवक्ता देवेंद्र के नेतृत्व में तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ता भी धरने पर बैठे हैं। इस समर्थन से किसानों का मनोबल बढ़ा है और आंदोलन को और व्यापक रूप में समर्थन मिल रहा है।
किसान नेताओं ने दी शासन-प्रशासन को चेतावनी
किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। वे लगातार प्रशासन से नसीरपुर गांव की सर्किल रेट में वृद्धि की मांग कर रहे हैं। अगर प्रशासन ने जल्द ही इस पर कोई फैसला नहीं लिया, तो किसानों के विरोध प्रदर्शन और तेज हो सकते हैं। किसानों का कहना है कि इस मुद्दे को लेकर शासन-प्रशासन को गंभीरता से कदम उठाने चाहिए।
Also Read
24 Nov 2024 09:11 PM
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास की वृंदावन स्थित केशव धाम में 27 नवंबर को होने वाली अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में भगवान श्री कृष्ण के जन्म स्थल मूल गर्भ.... और पढ़ें