उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला विकास एवं उनके उत्थान के लिए तमाम योजनाएं चलाई हैं। उनमें से एक है पुष्टाहार योजना, जो गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को सरकार की तरफ से दिया जाता है। सरकार द्वारा यह खाद्यान्न...
Agra News : भ्रष्टाचार पर सीएम का चाबुक, पुष्टाहार की कालाबाजारी में नौ कार्यकत्री सस्पेंड, दो अरेस्ट
Oct 03, 2024 10:26
Oct 03, 2024 10:26
डीएम ने बनाई थी जांच कमेटी
जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को मुफ्त बंटने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी जा रही थी। बुधवार रात जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सुपरवाइजर अनीता सहित 13 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है। मंगलवार को चार कार्यकर्ता निलंबित की गईं थीं। इसी के साथ इस पूरे प्रकरण में डीएम ने एसडीएम न्यायिक सदर, सिटी मजिस्ट्रेट और दो एसीएम से भी पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
बर्खास्तगी की तलवार लटकी
बताया जा रहा है कि आंगनबाड़ी की दाल और रिफाइंड को खुले बाजार में बेचकर कमाई के आरोप में फंसी इन 17 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवा से बर्खास्त भी किया जा सकता है। इनसे बेचे गए पुष्टाहार की रिकवरी भी होगी। इनके अलावा जिलाधिकारी ने शासन को भेजी है। रिपोर्ट में जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) आदीश मिश्रा और बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) विमल चौबे के खिलाफ भी कारवाई की संस्तुति की है।
सीएम ने दिए निर्देश
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा के जिलाधिकारी, मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर को इस मामले में सख्त करवाई के निर्देश दिए हैं। मंगलवार रात को ही पुलिस ने पुष्टाहार का अवैध भंडारण कर खरीद फरोख्त के आरोपी प्रवीण अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रवीण अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उपायुक्त (नगर) सूरज राय ने बताया कि प्रवीण अग्रवाल की एक आटा चक्की है। वह कम कीमत पर आंगनबाड़ी के खाद्यान्न खरीदता था। इसी सरकारी खाद्यान्न को बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। आगरा पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि हर 3 महीने में खाद्यान्न निवृत्ति किया जाता था और आंगनबाड़ी कार्यकत्री/ संचालिकाएं इसे बिजलीघर से लेने आती हैं। बिजलीघर पहुंचकर व्यापारी भी सरकारी खाद्यान्न खरीद लेते हैं।
अब तक 17 पर कार्रवाई
बुधवार तक 17 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर निलंबन की करवाई हो चुकी है। डीपीओ और सीडीपीओ को भी शासन निलंबित कर सकता है। गहराई से जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी भी शासन से बनाई जा सकती है। जिले में चार हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जहां 3.50 लाख से अधिक लाभार्थी हैं।
दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी पकड़ी गईं
पुलिस ने प्रवीन अग्रवाल के साथ दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी गिरफ्तार किया है। इनमें सदर भट्ठी, मंटोला की भारती देवी और नाई की मंडी स्थित हलका मदन की इंदु शर्मा शामिल हैं। दोनों पर आरोप है कि वे सरकारी पुष्पाहार प्रवीन अग्रवाल को बेचा करती थीं। प्रवीन पुष्टाहार ग्राहकों को बेचकर मुनाफा कमाता था। पुलिस आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी पूछताछ में लगी है।
जनपद में कराया जाएगा सत्यापन
इस प्रकरण में डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी का कहना है कि पुष्टाहार की कालाबाजारी होने की जानकारी मिलने पर कुछ माल भी बरामद किया गया था। इस पूरे प्रकरण में आगरा पुलिस ने एक अवैध गोदाम संचालक को भी गिरफ्तार किया है। साथ ही पुष्टाहार मामले की जांच के लिए एसडीम न्यायिक सदर, सिटी मजिस्ट्रेट और दो एसीएम को निर्देश दिए गए थे। उनकी रिपोर्ट प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के बयान के आधार पर नाई की मंडी के आसपास के इलाकों की 13 आंगनबाड़ी केंद्रों को संदिग्ध माना गया है। डीएम ने बताया कि इसी आधार पर 9 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सस्पेंड किया गया है। चार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अब पूरे जनपद में पुष्टाहार मामले का सत्यापन कराया जाएगा। यही नहीं, एक-एक लाभार्थी से भी जानकारी प्राप्त की जाएगी कि उन्हें सरकार द्वारा दिए जा रहे पुष्टाहार का लाभ प्राप्त हो रहा है कि नहीं।
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