ताज का दीदार करने के लिए हजारों की संख्या में देसी विदेशी सैलानी आगरा पहुंचते हैं। अधिकतर पर्यटक जयपुर-दिल्ली के रास्ते आगरा पहुंचते हैं। कई बार पर्यटक रास्ता भटक जाते हैं और कई बार जाम में फंस जाते हैं। अब पर्यटकों की मदद...
Agra News : पर्यटकों को नहीं झेलना होगा जाम, ट्रैफिक पुलिस क्यूआर कोड से ताज तक पहुंचाएगी...
Nov 07, 2024 11:34
Nov 07, 2024 11:34
यमुना किनारा भी लगता है जाम
सहायक पुलिस आयुक्त ताज सुरक्षा सय्यद अरीब अहमद ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि आगरा की ट्रैफिक पुलिस को मित्र बनाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। एसीपी ने बताया कि ट्रैफिक कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। लोगों से मधुर व्यवहार करने की हिदायत दी गई है। एसीपी का कहना है कि बड़ी संख्या में दिल्ली से आने वाले लोग यमुना एक्सप्रेसवे से यमुना किनारा होते हुए पश्चिमी गेट की पार्किंग तक पहुंचते हैं। यहां पर कई बार जाम लग जाता है, क्योंकि यहां पर पार्किंग बहुत छोटी है। जाम इतना अधिक हो जाता है कि वाहन यमुना किनारे तक पहुंच जाते हैं। यमुना किनारे से अच्छा खासा ट्रैफिक निकलता है, जिसके चलते जाम लग जाता है।
इन रास्तों पर जाम में फंसते हैं सैलानी
कुछ सैलानी राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए दिल्ली से सिकंदरा, एमजी रोड एवं माल रोड होते हुए ताजमहल के दीदार के लिए पहुंचते हैं। ये लोग एमजी रोड सिकंदरा पर जाम में फंसते हैं। इन पर्यटकों को पीक ऑवर में तो बहुत भारी समस्या से जूझना पड़ता है। घंटों जाम में फंसे रहते हैं। जबकि इनर रिंग रोड से आने वाले पर्यटकों को जाम नहीं मिलता। यही नहीं, टैक्सी चालक तो एमजी रोड के माध्यम से पर्यटकों को लाने में सावधानी बरतते हैं और वह रिंग रोड का रास्ता ही तय करते हैं, लेकिन उन्हें रिंग रोड पर टोल देना पड़ता है, इनर रिंग रोड के माध्यम से सफर भी लंबा हो जाता है।
रेलवे स्टेशन पर भी मिलेगा क्यूआर कोड
एसीपी सैयद अरीब अहमद का कहना है कि शहर में प्रवेश करने वाले सभी चौराहों और तिराहों पर क्यूआर कोड मिलेगा, जो पर्यटकों को ताजमहल का रास्ता दिखाएगा। इन चौराहों एवं तिराहों के साथ-साथ रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर भी यह क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। जो भी पर्यटक इन क्यूआर कोड को स्कैन करेगा, उसे यह क्यूआर कोड पर्यटकों को ऐसा रास्ता बताएगा, जहां पर जाम नहीं होगा। इससे पर्यटकों को कम से कम परेशानी होगी और वे ताजमहल तक आराम से पहुंच सकेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए आगरा ट्रैफिक पुलिस ने कवायदें शुरू कर दी है।
पुलिस को पता लग रहे जाम के कारण
इस समय आगरा सहित पूरे प्रदेश में यातायात माह चल रहा है। यातायात माह के दौरान पुलिसकर्मियों को जाम लगने के बड़े कारण भी जानने को मिल रहे हैं। इन्हीं में से एक है हाइवे पर किसी का वाहन खराब होने के कारण लगने वाला जाम। आगरा ट्रैफिक पुलिस के पास बड़ी क्रेन मशीन नहीं है। बड़े वाहनों को हाइवे से निकलने के लिए प्राइवेट क्रेन मंगानी पड़ती है, जिसमें समय लगता है और इस क्रेन का पैसा वाहन स्वामी से वसूला जाता है। इन्हीं वाहनों के खराब होने के चलते नेशनल हाइवे पर भयंकर जाम लग जाता है, और लोगों को जाम से जूझना पड़ता है।