उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का बहुचर्चित बिटिया हत्याकांड के चार साल बीत जाने के बाद भी परिजनों ने न्याय की आस नहीं छोड़ी है। बिटिया की अस्थियां अभी तक विसर्जित नहीं की। कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव बुलगढ़ी में 14 सितंबर...
हाथरस का बहुचर्चित बिटिया कांड : चार साल बाद भी अस्थियों का विसर्जन नहीं, जानें भाई ने क्या कहा...
Sep 14, 2024 14:22
Sep 14, 2024 14:22
ये था पूरा मामला
बहुचर्चित बिटिया कांड को लेकर देश की सियासत में भूचाल आ गया था। जिसके बाद देश सभी बड़े नेताओं ने बुलगढ़ी गांव का रुख कर लिया था। पीड़ित परिवार से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका व अन्य सभी विरोधी दल सहित सता पक्ष के नेता पहुंचे थे। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। सीबीआई ने चारों आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था। न्यायालय ने इस मामले को गैंगरेप का मामला नहीं माना था।कोर्ट ने इसे गैर इरादतन हत्या का मामला माना था। जिसमें एक आरोपी संदीप को न्यायालय ने दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। शेष तीन आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया था। पिछले चार साल से पीड़ित परिवार सीआरपीएफ की सुरक्षा के बीच रह रहा है।
न्याय के लिए जारी रहेगी जंग
बिटिया के भाई का कहना है कि वह कैद की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें पूरा इंसाफ नहीं मिला है। सरकार ने सरकारी नौकरी और आवास देने का वादा चार साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया। बिटिया के भाई ने कहा कि न्याय के लिए हमारी जंग जारी रहेगी। हमें पूरा इंसाफ नहीं मिला है।
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