जन चौपाल में बोले सांसद चाहर : कोई भी व्यक्ति अंधेरे में नहीं रह सकता, बिजली के कनेक्शन काटना DVVNL का अनैतिक कार्य

UPT | सांसद बोले- कोई भी व्यक्ति अंधेरे में नहीं रह सकता।

Jan 13, 2025 22:46

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन का एक बड़ा दायित्व प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराना है, लेकिन अब पावर कारपोरेशन का दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम...

Agra News : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन का एक बड़ा दायित्व प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराना है, लेकिन अब पावर कारपोरेशन का दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम उपभोक्ताओं के साथ दबंगई पर आ गया है। दो, चार, छह और दस मामले नहीं यहां एक लंबी फेहरिस्त है, शहर से लेकर देहात तक लोगों को लाखों रुपये के बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। कई मामले तो ऐसे हैं जिनका कोई आगे पीछे भी नहीं है, बमुश्किल अपनी गुजर बसर कर रहे हैं और बिल लाखों रुपये का है। यह बिल उनका खुद का नहीं बल्कि उनके पिता या उनके दादाजी का है। यह अकेला ऐसा मामला नहीं जिस इस तरह के बिल हो। ऐसे सैकड़ों मामले बिजली  उपभोक्ताओं को मिल रहे हैं, जिन लोगों ने बिजली का बिल अदा नहीं किया है उनके कनेक्शन काट दिए गए हैं। जब इसकी भनक फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर को लगी तो उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के लिए चौपाल आयोजित करेंगे।   समस्याओं का निराकरण किया जाए दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम की हिमाकत तो देखिए कि उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री और आगरा के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह के दिशा निर्देशों को भी उन्होंने रद्दी की टोकरी में फेंक दिया, जी हां। डीवीवीएनएल ने कुछ ऐसा ही आगरा के उपभोक्ताओं और आगरा के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह के दिशा निर्देशों के साथ किया है। बीते दिनों प्रभारी मंत्री ने डीएम, एमडी दक्षिणांचल एवं टोरेंट कंपनी के अधिकारियों को सात दिशा निर्देश दिए थे कि जिन लोगों के बिजली के कनेक्शन काटे गए हैं उनके कनेक्शन हर हाल में जोड़े जाएं एवं उनका और राहत देते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाए। उधर डीवीवीएनएल में जयवीर सिंह के दिशा निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन कर ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं के ताबड़तोड़ कनेक्शन काट दिए। 
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  विद्युत कनेक्शन काटकर की बहुत बड़ी भूल उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री और आगरा के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने पर यूपी टाइम्स से विशेष वार्ता के दौरान फतेहपुर सीकरी सांसद राज कुमार चाहर ने साफ तौर पर कहा कि डीवीवीएनएल के अधिकारियों ने पर्यटन मंत्री के दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया है इस बात को मैं स्वीकारता हूं। सांसद चाहर में आगे यूपीटी से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी अधिकारी को बिजली पानी शिक्षा से वंचित करने का अधिकार किसी के पास नहीं है। दक्षिणांचल के अधिकारियों ने मेरी लोकसभा के क्षेत्र के विद्युत कनेक्शन काटकर बहुत बड़ी भूल की है। बिजली उनका मूल अधिकार है जो उनको देना ही चाहिए था, अगर किसी का बिजली का बिल बकाया है तो उसको धीरे-धीरे लिया जा सकता है लेकिन बिजली काटने का अधिकार किसी के पास नहीं है। उन्होंने इस दौरान यूपीटी से बातचीत के दौरान कहा कि मैं किसी भी ग्रामीण की किसी भी कीमत पर बिजली नहीं कटने दूंगा।    ये भी पढ़ें : UPPCL Privatisation : विरोध को दरकिनार कर टेंडर जारी, उपभोक्ता परिषद बोला- लीगल वैधता नहीं, बच्चों का खेल बंद करे प्रबंधन
  अधिकारियों को भुगतना होगा परिणाम दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी कार्यालय पर फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर द्वारा आयोजित की गई चौपाल के दौरान उन्होंने कहा कि डीवीवीएनएल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने कई गांव की लाइट काट दी थी जो की अमानवीय है, इसका परिणाम दक्षिण अंचल के अधिकारियों को भुगतना ही होगा। उन्होंने आगे कहा कि एक गांव नहीं न जाने कितने लोगों के साथ इस तरीके की घटना को अंजाम दिया गया है। सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि जिन लोगों ने ग्रामीणों की बिजली को काटने का काम किया है उन सभी की जानकारी की जा रही है और इस पूरी घटना को लिखित रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं मंगलवार को डीएम, दक्षिणांचल के एचडी के एमडी एवं टॉयलेट के अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा और उनको बता कर बताऊंगा की जो किया गया है वह होना चाहिए। अन्यथा वह आगे की कार्रवाई अपने अनुसार करेंगे। 
 किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी जनता की साथ दुर्व्यवहार करेगा, उनका उत्पीड़न, फर्जी तरीके से बिजली चोरी की एफआईआर करेगा, यही नहीं कोई व्यक्ति थोड़ी सी ऊंची आवाज में बोल गया तो उसके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा की एफआईआर दर्ज करा दो। यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, यह अभी शुरुआत है। यह जन चौपाल 24 घंटे में ख़त्म होने वाली नहीं है। यह जन आंदोलन है, हम जनप्रतिनिधि हैं, यह हमारा दायित्व है कि जिन्होंने हमें अपना मत देकर चुना है उनकी समस्याओं का समाधान करें। इसके बाद अन्य गांव में भी चौपाल लगाऊंगा, यह चौपाल का सिलसिला खत्म होने वाला नहीं है। जिस विभाग की भी समस्याएं अधिक आएंगे इस विभाग की चौपाल लगाई जाएगी और उन्हें अधिकारियों के साथ बैठकर जनता की समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा। 

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