एक जमाना था, जब आगरा की पहचान हुनर और उद्योग धंधों से थी। सुबह, शाम जब सायरन बजते थे तो हजारों श्रमिक तेल मिल से लेकर गलीचा फैक्ट्री और जॉन्स मिल जीवनी मंडी से ड्यूटी पर आते जाते दिखाई देते थे। फाउंड्री उद्योग, आटा और...
Nov 08, 2024 14:27
एक जमाना था, जब आगरा की पहचान हुनर और उद्योग धंधों से थी। सुबह, शाम जब सायरन बजते थे तो हजारों श्रमिक तेल मिल से लेकर गलीचा फैक्ट्री और जॉन्स मिल जीवनी मंडी से ड्यूटी पर आते जाते दिखाई देते थे। फाउंड्री उद्योग, आटा और...