आगरा में कार्तिक पूर्णिमा और बैकुंठ चतुर्दशी पर भक्तों का उमड़ा सैलाब : दशहरा घाट पर दीयों से रोशन हुआ यमुना तट, सुरक्षा व्यवस्था के सख्त इंतजाम

UPT | कार्तिक पूर्णिमा और बैकुंठ चतुर्दशी पर भक्तों का उमड़ा सैलाब

Nov 14, 2024 23:06

बैकुंठ चतुर्दशी पर एक तरफ जहां ताज के पार्श्व में दशहरा घाट पर श्रद्धालुओं ने दीपदान किया तो वहीं तीर्थ स्थल बटेश्वर में हजारों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर यमुना में स्नान कर दीपदान करने पहुंचे...

Agra News : ताज नगरी में कार्तिक पूर्णिमा और बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर दशहरा घाट पर भक्तों का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला। गुरुवार की देर शाम, यमुना के किनारे सैकड़ों श्रद्धालु एकत्रित हुए। इस पावन पर्व पर महिलाओं ने दीप जलाए और श्रद्धा के साथ यमुना मैया को अर्पित किए। भक्तों ने मिलकर पूरे घाट को भक्ति और आस्था के रंग में रंग दिया।

भक्ति में रंगा दशहरा घाट
बैकुंठ चतुर्दशी और कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दशहरा घाट पर धार्मिक उल्लास का माहौल था। बड़ी संख्या में महिलाएं हाथों में दीपक लेकर घाट पर पहुंचीं और दीप प्रज्वलित कर यमुना में प्रवाहित किए। उन्होंने मां यमुना से सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। पूरे घाट को विशेष सजावट के साथ सुसज्जित किया गया था, जिससे वहां की खूबसूरती और बढ़ गई।

भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना
इस धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं ने समूह में बैठकर भजन-कीर्तन किए, जिससे पूरा दशहरा घाट भक्ति में डूब गया। महिलाओं और पुरुषों ने मिलकर दीप जलाकर पूजा की और एकता का संदेश दिया। इस अवसर पर दशहरा घाट पर भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में दीप जलाने की परंपरा का विशेष महत्व था।

बटेश्वर तीर्थ स्थल पर भी उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
बैकुंठ चतुर्दशी और कार्तिक पूर्णिमा के इस पावन पर्व पर आगरा के बटेश्वर तीर्थ स्थल पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। यमुना के पवित्र जल में डुबकी लगाकर भक्तों ने दीप प्रवाहित किए। इस आयोजन में न केवल आगरा से बल्कि आसपास के जनपदों से भी लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।



सुरक्षा व्यवस्था में सख्ती
श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने घाट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। सुरक्षा के मद्देनजर नदी में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्टीमर तैनात थे, जिन पर तैराक पूरी तरह मुस्तैद थे। बटेश्वर के घाटों पर भीड़भाड़ के बावजूद सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहीं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।

आस्था और भाईचारे का प्रतीक पर्व
बैकुंठ चतुर्दशी और कार्तिक पूर्णिमा का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देता है। इस पर्व पर दशहरा घाट और बटेश्वर में आयोजित दीपदान कार्यक्रम ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों का ध्यान खींचा। भक्तों ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग किया और अपने परिवारों के साथ मिलकर पूजा-अर्चना की।

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