राधा अष्टमी : ब्रज की महारानी पर हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा, भव्य आयोजन की तैयारी

UPT | राधा रानी के जन्मोत्सव की खास तैयारियां

Sep 09, 2024 22:28

राधा अष्टमी के अवसर पर इस बार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा राधा रानी के जन्मोत्सव को भव्य और दिव्य रूप से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं।

Mathura News : राधा अष्टमी के अवसर पर इस बार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा राधा रानी के जन्मोत्सव को भव्य और दिव्य रूप से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस आयोजन को खास बनाने के लिए हेलीकॉप्टर से राधा रानी पर पुष्प वर्षा की जाएगी। 11 सितंबर को राधा रानी के जन्मोत्सव के अवसर पर विशेष महाभिषेक किया जाएगा, जिसमें 27 प्रकार की जड़ी-बूटियों और 11 कुंतल पंचामृत से राधा रानी का अभिषेक होगा। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु बरसाना में उपस्थित होंगे, जिनके लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।

राधा रानी के जन्मोत्सव की खास तैयारियां
राधा रानी के जन्मोत्सव के दिन यानी 11 सितंबर को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में राधा रानी का महाभिषेक होगा। इस महाभिषेक में ब्रज के 27 स्थानों की रज, 27 कुओं का जल और 108 प्रकार की जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाएगा। इसके बाद 11 कुंतल पंचामृत से राधा रानी का स्नान होगा। राधा रानी के इस भव्य महाभिषेक के बाद उन्हें सोने से बनी पालकी में विराजमान कर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए लाया जाएगा। शाम को उन्हें सफेद छतरी में रखा जाएगा, जहां से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। इस आयोजन की तैयारियों में पूरे मंदिर परिसर को साफ-सफाई के साथ सजाया जा रहा है।



पूरे ब्रज में राधा रानी की आराधना
राधा अष्टमी का उत्सव पूरे ब्रज क्षेत्र में धूमधाम से मनाया जाएगा। विशेष रूप से बरसाना, रावल और वृंदावन में बड़े पैमाने पर आयोजन होते हैं। बरसाना में राधा रानी का दरबार स्थित है, जहां मुख्य आयोजन किया जाता है। रावल में राधा रानी का प्राकट्य स्थल होने के कारण यहां भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। वृंदावन में राधा रानी ने भगवान श्रीकृष्ण के साथ रास रचाया था, इसीलिए यहां भी भव्य आयोजन होते हैं। पूरे ब्रज में राधा रानी की महिमा का गुणगान किया जाता है और विशेष रूप से श्रृंगार दर्शन के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
राधा रानी के जन्मोत्सव पर लाखों श्रद्धालु बरसाना पहुंचने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए मंदिर में वन-वे व्यवस्था की गई है। इस बार बरसाना में रोप-वे की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे श्रद्धालु आसानी से मंदिर तक पहुंच सकेंगे। एक दिन में 4,000 श्रद्धालुओं को रोप-वे का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा 120 बसों का संचालन किया जाएगा, जबकि शहर में 20 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा।

निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था
आयोजन के दौरान मेला क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए 48 पार्किंग स्थल और 86 बैरियर बनाए गए हैं। भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए होल्डिंग एरिया और स्टेटिक सेट की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर 52 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 12 अस्थायी स्वास्थ्य शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 36 चिकित्सक, 46 पैरा-मेडिकल स्टाफ और 10 एंबुलेंस मौजूद रहेंगी।

श्रद्धालुओं के लिए अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भीड़भाड़ को ध्यान में रखते हुए बुजुर्ग, बीमार और छोटे बच्चे राधा अष्टमी के दिन मंदिर न आएं। अनुमान है कि इस दिन 20 लाख से अधिक श्रद्धालु बरसाना पहुंच सकते हैं, जिससे मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़ना और भीड़ में घूमना स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

Also Read