Aligarh News : सफाई कर्मचारियों का धरना जारी, मांगें पूरी न होने पर हड़ताल और कूड़ा डालने की चेतावनी

UPT | मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों का धरना जारी

Dec 26, 2024 20:00

प्रदीप भंडारी और सुनील टुंडा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो सफाई कर्मचारी महापौर के निवास पर "कूड़ा डालो अभियान" शुरू करेंगे। इसके बाद पूरे अलीगढ़ में सफाई व्यवस्था ठप करने की हड़ताल की घोषणा की जाएगी।

Short Highlights
  • मुख्य मांगों में सुकमा इंटरप्राइज कंपनी का टेंडर रद्द हो
  • कूड़ा डालो अभियान और हड़ताल की चेतावनी
  • 27 दिसंबर को बड़ी संख्या में जुटने का आह्वान
Aligarh News : अलीगढ़ में सफाई कर्मचारियों का धरना गुरुवार को भी नगर निगम प्रांगण में जारी रहा । इस धरने का नेतृत्व नगर सफाई मजदूर संघ के पूर्व अध्यक्ष और नेता कर रहे हैं । कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम केला ने की, जबकि प्रदीप भंडारी (पूर्व अध्यक्ष) और सुनील टुंडा (पूर्व महामंत्री) ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अपनी मांगों को दोहराया । निजीकरण के विरोध में सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर है। सेवा भवन पर ही सफाई कर्मचारी धरना दे रहे हैं।

मुख्य मांगों में सुकमा इंटरप्राइज कंपनी का टेंडर रद्द हो 
धरने में शामिल नेताओं ने बताया कि 24 दिसंबर को सफाई कर्मचारियों के हजारों समर्थकों ने कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। वहां अपनी प्रमुख मांगों को रखते हुए सुकमा इंटरप्राइज कंपनी के टेंडर को रद्द करने की अपील की गई थी।  नगर आयुक्त ने सफाई कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए  दो दिनों के भीतर समाधान का आश्वासन दिया था। हालांकि, दो दिन बीत जाने के बाद भी कोई वार्ता या समाधान का संदेश कर्मचारियों तक नहीं पहुंचा ।

कूड़ा डालों अभियान और हड़ताल की चेतावनी
प्रदीप भंडारी और सुनील टुंडा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो सफाई कर्मचारी महापौर के निवास पर "कूड़ा डालो अभियान" शुरू करेंगे। इसके बाद पूरे अलीगढ़ में सफाई व्यवस्था ठप करने की हड़ताल की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस स्थिति की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम अधिकारियों और जिला प्रशासन की होगी।

कर्मचारियों की रोज़ी-रोटी पर खतरा
प्रदेश उपाध्यक्ष राधेश्याम केला और आनंद शास्त्री ने कहा कि सफाई कर्मचारी अलीगढ़ की जनता को परेशान करना नहीं चाहते, लेकिन उनके अधिकारों और रोज़गार पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी तानाशाही रवैया अपना रहे हैं और कर्मचारियों के हितों को नजरअंदाज कर रहे हैं।  कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सुकमा इंटरप्राइज कंपनी ने कोई लिखित मैन्युअल पत्र जारी नहीं किया है, जिससे कर्मचारियों को स्पष्ट जानकारी मिल सके। महापौर के पास इस मामले में निर्णय लेने का अधिकार नहीं है, जिससे समस्या और गंभीर हो गई है ।

27 दिसंबर को बड़ी संख्या में जुटने का आह्वान
प्रदेश उपाध्यक्ष किशन चंदेल ने कर्मचारियों से अपील की कि वे अपने अधिकारों के लिए घरों से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को और व्यापक बनाया जाएगा। मेरठ के सफाई कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष दिनेश मनौतिया और महामंत्री बबलू वेद ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो आगरा, अलीगढ़, और मेरठ मंडल मिलकर आंदोलन को मजबूत बनाएंगे। सभी सफाई संघ पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से अपील की कि वे 27 दिसंबर को अपनी एकता और ताकत का प्रदर्शन करें। माताओं, बहनों, और नौजवान साथियों से भी धरना स्थल पर पहुंचने की अपील की गई है।

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