इस बार जन्मभूमि पर श्रीरामलला का मंदिर बन जाने से चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों से कहीं अधिक ध्यान डोर टू डोर जनसंपर्क पर है। जिससे अयोध्या लोकसभा क्षेत्र में चुनावी शोर बहुत कम है। बूथ अध्यक्ष से लेकर जिला व प्रदेश अध्यक्ष भी छोटे-छोटे नुक्कड़ सभाओं में अपनी बात रख रहे हैं।