बरेली के फरमान फ़ैला रहे हैं दीन की रोशनी : सात बच्चों ने पास किया नीट, 100 बच्चों को कराई कोचिंग, जानें उनकी ख्वाहिश...

UPT | फरमान हसन खां

Jun 09, 2024 00:50

बरेली में फरमान हसन खां (फरमान मियां) काफी समय से दीन (शिक्षा) की रोशनी फ़ैला रहे हैं। उनका कहना है कि हर बच्चा शिक्षित हो और डॉक्टर - इंजीनियर बने। यहीं ख्वाहिश है।जिसके चलते आला हज़रत ताजुशशरिया वेलफेयर सोसायटी की मदद से गरीब बच्चों को कोचिंग कराई जाती है

Bareilly News : यूपी के बरेली में फरमान हसन खां (फरमान मियां) काफी समय से दीन (शिक्षा) की रोशनी फ़ैला रहे हैं। उनका कहना है कि हर बच्चा शिक्षित हो और डॉक्टर - इंजीनियर बने। यहीं ख्वाहिश है।जिसके चलते आला हज़रत ताजुशशरिया वेलफेयर सोसायटी की मदद से गरीब बच्चों को कोचिंग कराई जाती है। इस वर्ष भी 100 से अधिक बच्चों को मुफ्त में नीट की कोचिंग कराई गई थी। मगर, इसमें से 7 बच्चों की किस्मत चमकी है। शहर के जनकपुरी स्थित डेल्टा कोचिंग में नीट और यूपीएससी की मुफ्त कोचिंग कराई गई थी। इसमें से 7 बच्चें सफल हुए हैं, तो वहीं 30 बच्चों ने अच्छे अंक प्राप्त किए है।

दरगाह का 105 साल पुराना संगठन
सुन्नी मरकज दरगाह आला हजरत का जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा 105 साल पुराना संगठन है। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव और भारत गौरव रत्न से सम्मानित फरमान मियां का मिशन आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देना है।उनके प्रयासों से अब तक बड़ी संख्या में डाक्टर और कंप्यूटर इंजीनियर बन रहे हैं। सोसायटी के माध्यम से समाज के हर तबके की मदद की जा रही है। पिछले वर्षों में भी संस्था ने अधिक संख्या में नीट की मुफ्त कोचिंग कराई थी। इसमें कई बच्चे सफल हुए

गरीबों के कराए मुफ्त ऑपरेशन
इसके माध्यम से गरीब बच्चों के मुफ्त ऑपरेशन कराए जाते हैं। इसमें कैंसर, हार्ट समेत तमाम गंभीर बीमारी का इलाज और ऑपरेशन भी समय-समय कराएं जाते हैं। फरमान मियां ने बताया कि समाज का ऐसा गरीब तबका जो पढ़ने में मेधावी है, लेकिन माँ बाप की आर्थिक तंगी की वजह से आगे की पढ़ाई नही कर पा रहे है। उनको मुफ्त कोचिंग करायी जा रही है। समाज के निचले तबके तक स्वास्थ्य और शिक्षा पहुंचे। सामाजिक असमानता को कम करने के लिए जरूरी है कि समाज से मज़दूर का बच्चा भी इंजीनियर, कंप्यूटर विशेषज्ञ और डाक्टर बने। ऐसे मेधावी बच्चे जिनके माता-पिता किसी कारण वश आगे पढ़ाई नहीं करा पाते हैं। ऐसे बच्चों को बिना किसी भेदभाव के हरसंभव मदद करती है। इस बार भी सात बच्चे नीट में पास हुए हैं। इसी कड़ी में इस साल जनकपुरी की डेल्टा कोचिंग में 100 बच्चों को मुफ़्त कोचिंग कराई गई। कोचिंग के डायरेक्टर इंजीनियर सय्यद जसीम ने बताया कि फैजान ने 620, देवेंद्र कुमार ने 651, दिव्यांश ने 580, फैजान 588, मोइन खान ने 532, सीमा ने 528, अब्दुल्ला ने 552 अंकों के साथ परीक्षा पास की है।

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