बरेली पुष्पेंद्र हत्याकांड : जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरन गंगवार पर साजिश का आरोप, 15 लोग हिरासत में, परिजन नाराज

UPT | हत्या के बाद का फोटो

Nov 07, 2024 10:54

उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में कारागार में निरुद्ध कुख्यात अपराधी पूरन गंगवार पर एक किसान की हत्या की योजना बनाने का गंभीर आरोप लगा है। बरेली पुलिस ने इस संबंध में 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है, परंतु मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।

Bareilly News : यूपी के बरेली में जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पूरन गंगवार पर किसान की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। इसमें पुलिस 15 लोगों को हिरासत में ले चुकी है लेकिन मुख्य आरोपी फरार है। जिससे परिजनों में काफी गुस्सा है। उन्होंने जाम भी लगा दिया था। किसान पुष्पेंद्र को मंगलवार को घेरकर मारा गया था। यह बात अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी स्पष्ट हो गई है। पुष्पेंद्र को चार गोलियां लगीं हैं। इनमें से दो पीठ के पास, एक बाजू में और एक गोली सीने में बेहद नजदीक से मारी गई थी। हमलावरों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मृतक पुष्पेंद्र की पत्नी के शिकायती पत्र के आधार पर हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल समेत दस लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। किसान की हत्या मामले में पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी से कड़ाई से पूछताछ कर रही है।

बाइक सवारों ने सरेआम गोलियों से भून डाला
बरेली देहात के भुता थाना क्षेत्र के खरदा गांव निवासी पुष्पेंद्र उर्फ पुष्पाल मंगलवार शाम बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान बीसलपुर रोड पर बदमाशों ने गोलियों से भूनकर उसकी हत्या कर दी। पुष्पेंद्र को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। मगर, यहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।


कोर्ट का फैसला आने से पहले हुई हत्या
परिवार के लोगों ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल से पुरानी रंजिश चली आ रही है। 2021 में पुष्पेंद्र के भाई विनोद की भी गोली हत्या कर दी गई थी। इसका मुकदमा भुता थाने में दर्ज हुआ था। इसमें पूरनलाल का भाई पवन कुमार जेल गया था। इस मुकदमे में पुष्पेंद्र वादी था। सभी गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी थी। वर्तमान में मुकदमा अंतिम चरण में न्यायालय में विचाराधीन था। 7 नवंबर को इस मामले में फैसला आना था। मगर,फैसला आने से पहले ही हिस्ट्रीशीटर ने पुष्पेंद्र को मौत के घाट उतार दिया। पुष्पेंद्र की मौत की खबर लगते ही सैकड़ों लोग उसको देखने अस्पताल पहुंचे और सभी ने पुलिस पर नाराजगी जाहिर की।

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सियासी वर्चस्व की लड़ाई
हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल के परिवार के लोग गांव में प्रधान और जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं। 2021 में पुष्पेंद्र का भाई विनोद पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहा था। इस वजह से पूरनलाल उससे रंजिश मानने लगा था। पूरनलाल ने विनोद से चुनाव लड़ने को मना किया,लेकिन विनोद नहीं माना। इस कारण से पूरनलाल ने 2021 में विनोद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अब इसी मामले में 7 नवंबर को फैसला आने वाला है। इस कारण हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल ने पुष्पेंद्र को भी मार डाला।
 
मृतक की पत्नी टीचर 
पुष्पेंद्र मूल रूप से भुता के खरदा गांव निवासी था। मगर, वह ग्रीन पार्क में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी संगीता गंगवार एक परिषदीय स्कूल में शिक्षिका हैं। मंगलवार को वह अपने गांव खरदा खेत देखने गए थे। शाम लगभग 4:30 बजे गांव से वापस शहर लौट रहे थे। आरोप है कि विपिन, सिपिन, गौरव और अर्जुन, जो पहले से वहां मौजूद थे। इन लोगों ने दौलतपुर पंप के पास उन्हें घेर लिया और गोलियां चलाना शुरू कर दिया। पुष्पेंद्र की मौके पर ही मृत्यु हो गई। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आक्रोशित परिजनों और लोगों ने डोहरा रोड और पीलीभीत हाईवे को जाम कर दिया। पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत कराया।

इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज 
पुष्पेंद्र की पत्नी संगीता गंगवार की शिकायत पर पुलिस ने विपिन, सिपिन, गौरव, पूरनलाल, सौरभ, देवेंद्र, संतोष, ब्रजेश कुमार उर्फ बिरजू और पवन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने रात में करीब छह-सात लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने गलत लोगों को पकड़ा है। असली आरोपियों को नहीं। बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि पुष्पेंद्र को चार गोलियां मारी गई थीं। इनमें से दो गोलियां 15 बोर के तमंचे से और दो 12 बोर के तमंचे से चलाई गईं। पुष्पेंद्र के सीने की गोली बेहद करीब से मारी गई थी। यह शरीर पर ब्लैकनिंग और बर्निंग से स्पष्ट है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जब वह पहले की गोलियों से गिर गए थे, तब उनकी मृत्यु सुनिश्चित करने के लिए यह अंतिम गोली सीने में मारी गई। पुष्पेंद्र के शरीर में चारों गोलियां अटकी मिलीं। कोई भी बाहर नहीं निकली है। शरीर पर चार एंट्री प्वाइंट थे, लेकिन किसी भी गोली का एग्जिट प्वाइंट नहीं था। माना जा रहा है कि हमलावर चार लोग थे। इसमें से एक ने सामने से, एक ने साइड से और दो ने पीछे से गोलियां चलाईं।

जानें क्या बोले एसएसपी
एसएसपी अनुराग आर्य ने मीडिया को बताया कि इस मामले में हिस्ट्रीशीटर समेत 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है,जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
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