बरेली-सितारगंज फोरलेन और रिंग रोड का काम भी शुरू नहीं हुआ है। मगर, इससे पहले ही भूमि अधिग्रहण में करोड़ों के घोटाले सामने आने लगे हैं। अभी कई लेखपाल से लेकर एनएचएआई के अफसरों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। यह भूमि अधिग्रहण घोटाला 100 करोड़ से अधिक का माना जा रहा है।