अच्छी पहल : मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी बोले-डीजे, नाच-गाना, नाजायज और हराम से बाज आएं नौजवान

UPT | मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी

Sep 05, 2024 23:30

पैग़म्बर-ए-इस्लाम के पाकिजा जुलूस ईद मिलादुन्नबी में इस कबीह फेल ( बहुत ग़लत कार्य) का करना और खुदा के मुक़द्दस वलियों, सुफियों के उर्स में चादर के जुलूसो में इन शैतानी कामों का करना उसकी बुराई को बड़ा देता है।

Bareilly News : दरगाह आला हजरत के उलमा एवं "चश्मए दारूल इफ्ता बरेली" के प्रमुख मुफ्ती मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने गुरुवार को एक फतवा जारी किया है। उन्होंने फतवे में कहा कि आज कल कुछ मुस्लिम नौजवान धार्मिक जुलूस जैसे जुलूस-ए-मोहम्मदी, उर्स आदि में डीजे का खूब इस्तेमाल करते हैं। डीजे के गाने बाजे पर नौजवान नात शरीफ की आवाज पर हाथो में रुमाल लेकर लहराकर डांस करते हैं। यह सभी कार्य शरियत की नजर में नाजायज और हराम हैं। यह सवाल जिला बहराइच के सैदापुर गांव निवासी निहाल रजा अंसारी ने दारूल इफ्ता से पूछा था। इसके जवाब में मुफ्ती मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फतवे में कहा कि शारियत ने गाने बाजे और डांस वाली चिजों को शौतानी अमल बताया है। मजहबी जुलूस में डीजे की आवाज पर थिरकने और रुमाल हवा में लहराने, हुल्लड़ बाजी का चलन बढ़ता जा रहा है। यह सख्त हराम और नाजायज है। 

शैतानी कामों से रहें दूर
पैग़म्बर-ए-इस्लाम के पाकिजा जुलूस ईद मिलादुन्नबी में इस कबीह फेल ( बहुत ग़लत कार्य) का करना और खुदा के मुक़द्दस वलियों, सुफियों के उर्स में चादर के जुलूसो में इन शैतानी कामों का करना उसकी बुराई को बड़ा देता है। फतवे में कहा गया है कि इस तरह के गैर शरई काम करने वाले अपने गुनाहों से तोबा करें। नाजायज और हराम काम से दुरी बनाए रखें।

ऐसे लोगों को न घुसने दें जुलूस
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बाज न आएं, तो मुसलमानों पर लाज़िम है कि ऐसे लोगो को हरगिज अपने धार्मिक जुलूसो में शिरकत न करने दें। इसके बाद भी अगर कोई शख्स बजीद होकर डीजे लेकर आता है, तो उसको जुलूस से बाहर कर दें।

पैगंबर ए इस्लाम के अमन के पैगाम को दुनिया में पहुंचाएं
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने एक बयान में कहा कि जुलूस ए मोहम्मदी बहुत पाकीजा, सफाई और सुथराई वाला दिन है। उस दिन पूरी दुनिया को पैग़म्बर ए इस्लाम के अमन और शांति वाले पैगाम को दुनिया के सामने पहुंचाया जाना चाहिए। कोई भी कार्य ऐसा न करें, जो नाजायज और हराम हो उनके काम से पैग़म्बरे इस्लाम नाराज हो। हमें कयामत के दिन खुदा व रसूल को मुंह दिखाना है।

Also Read