आप करप्शन से हैं परेशान...तो एंटी करप्शन विभाग है आपके साथ : एडीशनल एसपी यशपाल सिंह ने कहा-बख्शे नहीं जाएंगे भ्रष्टाचारी

UPT | एडिशनल एसपी यशपाल सिंह।

Jul 16, 2024 21:36

सीएम योगी आदित्यनाथ सरकारी अफसरों से लेकर कर्मचारियों को भ्रष्ट्राचार पर जीरो टालरेंस की बार-बार चेतवानी दे रहे हैं। मगर, इसके बाद भी सरकारी विभागों में कुछ कर्मचारियों के तौर तरीकों में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्ट्राचार पर जीरो टालरेंस की नीति को जारी रखना चाहती है, लेकिन कुछ कर्मचारियों में इसका कोई खौफ नहीं है।

Bareilly News : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सरकारी अफसरों से लेकर कर्मचारियों को भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बार-बार चेतवानी दे रहे हैं। इसके बाद भी सरकारी विभागों में कुछ कर्मचारियों के तौर तरीकों में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति को जारी रखना चाहती है, लेकिन कुछ कर्मचारियों में इसका कोई खौफ नहीं है। यूपी के तेज तर्रार आईपीएस राजा श्रीवास्तव ने जब से विभाग के एडीजी का पदभार संभाला है। इसके बाद एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) ने रिकार्ड कार्रवाई की है। विभाग की व्यवस्थाओं को भी पहले से काफी दुरुस्त किया गया है। जिसके चलते हर हफ्ते कोई न कोई भ्रष्ट कर्मचारी पकड़ा जाता है। विभाग के एडिशनल एसपी यशपाल सिंह ने मीडिया को बताया कि कैसे किसी भ्रष्ट कर्मचारी को पकड़ा जा सकता है।

यहां कर सकते हैं शिकायत
मीडिया से एक विशेष बातचीत में एंटी करप्शन के एडिशनल एसपी यशपाल सिंह ने बताया कि कोई भी पीड़ित लिखित में अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए विभाग के फोन नंबर 9454405475 और 9454401653 पर कर सकते हैं। इन पर कॉल कर सकते हैं। शिकायत पर जांच कराई जाती है। अगर, शिकायतकर्ता वास्तव में भ्रष्ट्चारियों का शिकार हो रहा है, तो उसका कोई दूषित आशय तो नहीं है। इसके बाद विभाग की ओर से मुख्यालय को सूचना देने के बाद टीम का गठन करके कार्रवाई की जाती है। 

6 माह में 22 एफआईआर
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के जितने भी कर्मचारी और अराजपत्रित अधिकारी हैं। उन सभी को इसके दायरे में लाया जा सकता है। इस साल अभी तक 22 मुकदमें पंजीकृत किए जा चुके हैं। 27 या 28 लोगों को जेल भी भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से सजा दिलाने के लिए बाद में कोर्ट में भी प्रभावी तौर पर पैरवी की जाती है। 

जाल बिछाकर पकड़ा गया रिश्वतखोर बाबू 
नलकूप खंड के एक बाबू ने अपने ही विभाग के रिटायर कर्मचारी को नहीं छोड़ा। उसकी पेंशन और ग्रेच्युटी के नाम पर एक लाख रुपये मांगे थे। पेशगी के दस हजार रुपये हासिल भी कर लिए। लेकिन सीनियर तो सीनियर होता है। जाल बिछाकर बैठे एंटी करप्शन वालों ने सोमवार को बाबू को धर दबोचा। मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। नलकूप खंड द्वितीय के सीनियर असिस्टेंट निर्भय हिंद आजाद ने शिकायतकर्ता राकेश सिंह को रिश्वत देने के लिए सोमवार को बुलाया था। मगर, शिकायत कर्ता ने पहले एंटी करप्शन टीम को सूचना दी। इसके बाद टीम ने घेराबंदी की। आरोपी सीनियर असिस्टेंट के पेंशन और ग्रेच्युटी के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। 

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