पीलीभीत टाइगर रिजर्व : बाघों के साथ-साथ पक्षियों का अनोखा संसार, 326 प्रजातियों के साथ बर्ड वॉचिंग का नया केंद्र बन रहा पीटीआर

UPT | Pilibhit Tiger Reserve

Oct 26, 2024 21:12

पीलीभीत टाइगर रिजर्व का वातावरण बाघों के लिए अनुकूल माना जाता है। बाघों की बढ़ती संख्या के पीछे यहां का बेहतर स्थान, भोजन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था मुख्य कारण मानी जाती है...

Pilibhit News : पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) केवल बाघों और तेंदुए के लिए ही नहीं, बल्कि पक्षियों के लिए भी एक अनोखा संसार है। यहां कई विलुप्त प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं, जो अन्य स्थानों पर देखने को नहीं मिलते। पर्यटन सत्र के दौरान पक्षियों की चहचहाहट पर्यटकों को आकर्षित करती है, जिससे देश और विदेश के प्रसिद्ध बर्ड वॉचर भी यहां भ्रमण के लिए आते हैं।

बाघों और पक्षियों का सुरक्षित निवास
पीलीभीत टाइगर रिजर्व का वातावरण बाघों के लिए अनुकूल माना जाता है। बाघों की बढ़ती संख्या के पीछे यहां का बेहतर स्थान, भोजन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था मुख्य कारण मानी जाती है। यही कारण है कि पक्षियों के लिए भी यह स्थान बहुत मुफीद है। बर्ड वॉचर पीटीआर में भ्रमण कर पक्षियों की खूबसूरती का आनंद लेते हैं।



प्राकृतिक सौंदर्य का आकर्षण
तराई क्षेत्र के इस जिले में नहरों का जाल और शारदा डैम की वादियां सैलानियों को सुकून प्रदान करती हैं। पहले सैलानी बाघ और तेंदुए के दीदार के लिए आते थे, लेकिन अब पक्षियों की अद्भुत दुनिया भी उन्हें आकर्षित कर रही है। पिछले सत्र में करीब 50 से अधिक बर्ड वॉचर ने पीटीआर का भ्रमण किया और यहां पक्षियों के चित्र कैद किए।

 पक्षियों की विविधता: 326 प्रजातियां
पीटीआर में करीब 326 पक्षी की प्रजातियां निवास करती हैं, जिनमें ब्लैक फ्रानकोलिन, इंडियन पी फाउल, और बंटिंग शामिल हैं। इसके अलावा, वैश्विक महत्व के पक्षियों में वल्चर, ईगल, और बंगाल फ्लोरिकन शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय पक्षी विशेषज्ञों का ध्यान
पिछले सत्र में, अंतरराष्ट्रीय पक्षी विशेषज्ञ रिचर्ड ग्रिमेट और उनके दल ने पीटीआर में भ्रमण किया और पक्षियों की 60 प्रजातियां देखी। उन्होंने यहां के पक्षियों की सराहना की।

दुर्लभ पक्षी: बंगाल फ्लोरिकन
पीटीआर में दुर्लभ बंगाल फ्लोरिकन भी पाया जाता है, जो महोफ और बराही रेंज में देखा जा सकता है। यह पक्षी फरवरी से मई के बीच ग्रासलैंड क्षेत्र में सक्रिय रहता है।

गिद्धों और उल्लुओं की विविधता
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सात प्रकार के गिद्ध और 10 प्रकार के उल्लू भी मौजूद हैं। विलुप्त हो रहे गिद्धों की संख्या 250 से अधिक है, जो बराही और हरीपुर रेंज में देखे जा सकते हैं।

संरक्षण की दिशा में कदम
पीटीआर में पक्षियों की 350 से अधिक प्रजातियों को चिह्नित किया गया है, जिसमें 326 प्रजातियों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इनमें 12 वैश्विक संकटग्रस्त प्रजातियां भी शामिल हैं। 

Also Read