Bareilly News : भू-अधिग्रहण घोटाले में 200 करोड़ का खुलासा, सीएम योगी ने की सख्त कार्रवाई

फ़ाइल फोटो | फाइल फोटो

Oct 02, 2024 14:45

उत्तर प्रदेश के बरेली में पीलीभीत-सितारगंज हाईवे और बरेली रिंग रोड के भू-अधिग्रहण में 200 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की गंभीर बात सामने आई है।

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में पीलीभीत-सितारगंज हाईवे और बरेली रिंग रोड के भू-अधिग्रहण में 200 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की गंभीर बात सामने आई है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो तत्कालीन सक्षम प्राधिकारी और पांच अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। 

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सीएम योगी की सख्त कार्रवाई
सीएम योगी ने इस घोटाले में शामिल अन्य अधिकारियों की पहचान कर उन्हें भी जल्द सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में यह आरोप सही पाए जाने पर अधिकारियों मदन कुमार और आशीष कुमार को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा, तहसीलदार सदर के लेखपाल उमाशंकर, नवाबगंज के लेखपाल सुरेश सक्सेना और एसएलएओ के अमीन डबर सिंह की निलंबन प्रक्रिया भी शुरू की गई है। 

अन्य अधिकारियों पर गाज
इस भू-अधिग्रहण घोटाले में वित्तीय अनियमितताएं सामने आने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एक पूरक रिपोर्ट में कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की गड़बड़ियों की जानकारी प्राप्त हुई है। इनमें विशेष भूमि अध्याप्ति कार्यालय के तत्कालीन अमीन अनुज वर्मा और अन्य क्षेत्रीय लेखपाल शामिल हैं, जिन्हें भी जल्दी सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है।



पहले से की गई कार्रवाई
इस मामले में पहले से ही एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी के सात अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। बरेली वाया पीलीभीत-सितारगंज हाईवे के भू-अधिग्रहण घोटाले की जांच में लापरवाही की बातें भी सामने आ रही हैं। कमिश्नर की रिपोर्ट में भी तत्कालीन भूमि अध्याप्ति अधिकारियों को दोषी ठहराया गया है। 

कड़ी कार्रवाई की रिपोर्ट
इसके अलावा, एनएचएआई के परियोजना निदेशक और अन्य साइट इंजीनियर्स पर भी कार्रवाई की जा रही है। साईं सिस्ट्रा ग्रुप और अन्य संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधियों को भी दोषी पाया गया है। कुल मिलाकर, इस घोटाले में 23 कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है, जिसमें 19 पेशेवर खरीदारों के नाम भी शामिल हैं। 

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