विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी : संतकबीरनगर के चार युवक दुबई में बंधक बनकर कर रहे मजदूरी, 6 महीने से नहीं मिला मेहनताना

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Sep 03, 2024 01:41

पीड़ित युवकों ने किसी तरह से अपने परिवारों से संपर्क किया, जिससे इस जालसाजी का पता चला। परिजनों ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और युवकों की सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई। कैंट पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार की शिकायत पर…

Sant Kabir Nagar News : संतकबीरनगर जिले से एक और जालसाजी का मामला सामने आया है। इस बार चार युवकों को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा गया, जहां वे पिछले छह महीने से एक फैक्ट्री में बंधक बनकर काम कर रहे हैं। इन युवकों को ना तो मेहनताना मिल रहा है और ना ही उनके साथ किसी प्रकार की मानवीयता दिखाई जा रही है।

ठगी का शिकार बने युवक
महुली थाना क्षेत्र के भगता गांव के निवासी धर्मेंद्र कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि वह अपने परिचित नूर मोहम्मद के माध्यम से गल्फ टेक्निकल इंस्टीट्यूट नामक एक संस्था के संपर्क में आए। इस संस्था के मालिक संतोष सिंह ने उनसे और उनके तीन अन्य साथियों मोहम्मद कैफ, मोहम्मद नौशाद, निरंजन,और डली मोहम्मद से दो-दो लाख रुपये लेकर दुबई में नौकरी दिलाने का वादा किया। चारों युवकों को 23 फरवरी को दुबई भेजा गया, लेकिन वहां पहुँचने पर उन्हें नौकरी के बजाय बंधुआ मजदूरी में धकेल दिया गया। टूरिस्ट वीजा पर भेजे गए इन युवकों को न केवल बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित भी किया जा रहा है।



परिजनों की गुहार 
पीड़ित युवकों ने किसी तरह से अपने परिवारों से संपर्क किया, जिससे इस जालसाजी का पता चला। परिजनों ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और युवकों की सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई। कैंट पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार की शिकायत पर गल्फ टेक्निकल इंस्टीट्यूट के संचालक संतोष सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

विदेश में नौकरी के लिए जरूरी सावधानियां
  • पंजीकृत एजेंटों से ही करें आवेदन : ई-माइग्रेट पोर्टल पर पंजीकृत भर्ती एजेंटों से ही विदेश जाने के लिए आवेदन करें।
  • विदेशी नियोक्ता का सत्यापन करें : विदेश में नौकरी के लिए आवेदन करने से पहले, नियोक्ता का अधिपत्र और विवरण प्राप्त करें।
  • सही वीजा पर करें यात्रा : रोजगार वीजा पर ही विदेश यात्रा करें और टूरिस्ट वीजा से बचें।
ई-माइग्रेट पोर्टल के फायदे
ई-माइग्रेट पोर्टल के माध्यम से विदेश जाने वाले व्यक्तियों का डाटा सुरक्षित रहता है, जिससे जालसाजी की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा, इस पोर्टल से जाने पर 10 लाख रुपये का बीमा भी मिलता है, जो एक अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।

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