आदमखोर भेड़िए का मामला लखनऊ तक पहुंचा : अखिलेश ने बताया भाजपा की नाकामी, बंदूक लेकर निकले विधायक को भी घेरा

UPT | आदमखोर भेड़िए का मामला लखनऊ तक पहुंचा

Aug 27, 2024 17:14

उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में भेड़ियों के आदमखोर हमलों ने बहराइच और पीलीभीत जिलों के ग्रामीणों में भारी दहशत फैला दी है। पिछले डेढ़ महीने में इन भेड़ियों ने छह बच्चों की जान ले ली है

Short Highlights
  • आदमखोर भेड़िए का मामला लखनऊ पहुंचा
  • अखिलेश ने विधायक पर कसा तंज
  • बंदूक लेकर घूम रहे भाजपा विधायक
Bahraich News : उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में भेड़ियों के आदमखोर हमलों ने बहराइच और पीलीभीत जिलों के ग्रामीणों में भारी दहशत फैला दी है। पिछले डेढ़ महीने में इन भेड़ियों ने छह बच्चों की जान ले ली है, जिससे ग्रामीण रात-रातभर जागकर अपनी सुरक्षा के लिए पहरा देने को मजबूर हो गए हैं। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही कोशिशें अब तक असफल रही हैं। प्रशासन ने ड्रोन और थर्मल कैमरों का इस्तेमाल कर भेड़ियों की निगरानी की है, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं निकल पाया है। 

सपा ने भाजपा सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार की लापरवाही और वन विभाग की विफलता के कारण ये घटनाएँ बढ़ रही हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि जंगलों की अवैध कटाई से भेड़ियों का आवास स्थल कम हो गया है, जिससे भोजन की कमी के कारण ये जानवर आदमखोर बन गए हैं। उनका कहना है कि ये घटनाएँ भाजपा की नाकामी को उजागर करती हैं और प्रशासन की अक्षमता को दर्शाती हैं।

बंदूक लेकर घूम रहे भाजपा विधायक
वहीं, बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने वीडियो में दिखाया कि वे बंदूक लेकर गांव में गश्त कर रहे हैं और आदमखोर भेड़ियों के पदचिह्नों की तलाश कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि आत्मरक्षा के लिए उन्होंने बंदूक ली है और ऐसी स्थिति में आत्मरक्षा उनका मौलिक अधिकार है। उनका कहना है कि भेड़ियों के सामने आने पर वे गार्ड का इंतजार नहीं कर सकते, बल्कि खुद को बचाने के लिए हथियार का इस्तेमाल करना उनकी जिम्मेदारी है।

अखिलेश ने विधायक पर भी कसा तंज
समाजवादी पार्टी ने विधायक के इस कदम को दिखावटी और असंवेदनशील बताया है। अखिलेश यादव ने कहा कि विधायक अपने वीडियो के जरिए झूठी जन-सरोकार की छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि वास्तविक समस्या का समाधान निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा सरकार और वन विभाग को वास्तविक और प्रभावी उपायों पर ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा की जा सके।

वन विभाग अब तक नाकाम
वन विभाग की टीमें अब भी भेड़ियों की खोज में लगी हुई हैं, लेकिन उनकी कोशिशें कठिन साबित हो रही हैं। अधिकारियों ने भेड़ियों की स्थिति को समझते हुए हाथी के मल-मूत्र का उपयोग करने का नया प्रयोग किया है ताकि भेड़ियों को इलाके से बाहर भगाया जा सके। इस प्रयास के बावजूद, भेड़ियों के चालाक स्वभाव और बदलते शिकार के तरीकों के कारण उन्हें पकड़ना चुनौतीपूर्ण हो रहा है।

Also Read