भगवान की कसम खाओ कि गाड़ी चलाते वक्त हेलमेट पहनोगे : पुलिस ने चलाया अनोखा जागरूकता अभियान, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

UPT | जागरूकता अभियान के तहत लोगों को शपथ दिलवाते एसपी।

Nov 27, 2024 14:30

गोंडा में एसपी ने राहगीरों को ईश्वर की कसम खिला कर हेलमेट पहनने का वादा कराया। इस अनोखे अभियान में कई लोग हेलमेट पहनते दिखे और कसम खाई कि वे हमेशा हेलमेट पहनकर ही वाहन चलाएंगे।

Gonda News : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में यातायात माह के दौरान पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल ने एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल की। उन्होंने हेलमेट पहनने के महत्व को समझाने के लिए लोगों से ईश्वर की कसम खिला कर उन्हें हमेशा हेलमेट पहनने का वादा कराया।



वीडियो हुआ वायरल
गुरु नानक चौराहे पर आयोजित इस जागरूकता अभियान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एसपी विनीत जायसवाल राहगीरों से कहते नजर आ रहे हैं, "ईश्वर की कसम खाओ कि हेलमेट लगाकर चलेंगे। कपड़ा पहनना नहीं भूले, लेकिन हेलमेट पहनना भूल गए।" इस दौरान कई लोग हेलमेट पहनते दिखे और उन्होंने कसम खाई कि वे अब से बाइक चलाते समय हमेशा हेलमेट का उपयोग करेंगे।

डीआईजी भी हुए शामिल
इस अभियान में एसपी के साथ डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह भी मौजूद थे। दोनों अधिकारियों ने मिलकर हेलमेट की अनिवार्यता को समझाया और लोगों से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की। एसपी ने राहगीरों को चेताते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में सिर की चोट सबसे घातक होती है और हेलमेट पहनने से जान बचाई जा सकती है।

जागरूकता का उद्देश्य
इस अभियान का उद्देश्य गोंडा जिले के नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना था। खासतौर पर हेलमेट पहनने के महत्व को समझाने पर जोर दिया गया। एसपी ने कहा, "यदि सड़क दुर्घटना में सिर में चोट लग जाए, तो इसका क्या परिणाम हो सकता है? इसलिए हेलमेट पहनना आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।"

काफी लोगों ने ली शपथ
यातायात माह के तहत आयोजित इस अभियान में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। उन्हें हेलमेट वितरित किए गए और शपथ दिलाई गई कि वे हमेशा हेलमेट पहनकर ही वाहन चलाएंगे।

सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस पहल को जिले के लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। यह अभियान न केवल गोंडा जिले में बल्कि अन्य स्थानों पर भी यातायात नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने का उदाहरण बन सकता है। पुलिस अधीक्षक और डीआईजी के प्रयासों से जिले में यातायात नियमों के पालन को लेकर एक नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। 

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