महाराजगंज में हाई सिक्योरिटी बैरक में रहेंगे 12 खूंखार कैदी : 1.55 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण, सुरक्षा को मिलेगा मजबूत आधार

UPT | जिला कारागार महराजगंज

Dec 02, 2024 12:25

महराजगंज जिले के जिला कारागार में 1.55 करोड़ रुपये की लागत से एक हाई-सिक्योरिटी बैरक का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। इस बैरक का उद्देश्य खूंखार कैदियों को सुरक्षित रखने के लिए जेल की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है।

Maharajganj News : भारत-नेपाल सीमा से सटे महराजगंज जिले के संवेदनशील जिला कारागार में हाई सिक्योरिटी बैरक का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। इस बैरक का निर्माण बड़े और खूंखार कैदियों को रखने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस परियोजना की लागत 1.55 करोड़ रुपये है। निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल को दी गई है। निर्माण पूरा होने के बाद यहां आतंकवादियों और अन्य खूंखार कैदियों को रखने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था हो जाएगी।

हाई सिक्योरिटी बैरक की विशेषताएं
जिला कारागार में निर्माणाधीन इस हाई-सिक्योरिटी बैरक में कुल छह बैरक बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक बैरक में दो कैदियों को रखने की सुविधा होगी, इस प्रकार से जिला कारागार में कुल 12 खूंखार कैदियों को रखने की व्यवस्था की जा रही है। अभी तक 75 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। यह बैरक अत्याधुनिक सुरक्षा मानकों के अनुसार तैयार किया जा रहा है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

जिला कारागार में विदेशी कैदियों की उपस्थिति के कारण यह जगह विशेष रूप से संवेदनशील मानी जाती है। वर्तमान में जेल में 15 विदेशी कैदी और प्रदेश के अन्य जेलों से प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित होकर आए 10 कैदी निरुद्ध हैं। इनमें कानपुर के सीसामऊ क्षेत्र के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी भी शामिल हैं।

सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम
शासन ने जेल की संवेदनशीलता और सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस हाई सिक्योरिटी बैरक के निर्माण का निर्णय लिया। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यहां कैदियों की सुरक्षा और निगरानी में और अधिक मजबूती आएगी।

लगभग 75 प्रतिशत कार्य हुआ पूरा
जेल अधीक्षक प्रभात सिंह ने बताया कि जिला कारागार महराजगंज में 1.55 करोड़ की लागत से हाई- सिक्योरिटी बैरक का निर्माण कराया जा रहा है। लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। निर्माण पूरा होने के बाद इसका संचालन होगा, जिसमें नियमानुसार शासन के निर्देश पर बंदियों को रखा जाएगा।

Also Read