Gorakhpur News : मोबाइल चोरी की नौकरी, हर महीने मिलती है 15 हजार रुपये सैलरी, विदेशों तक फैला है जाल

UPT | मोबाइल चोर गिरोह के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी देते एसपी रेलवे संदीप कुमार मीना।

Dec 29, 2024 01:54

जीआरपी गोरखपुर ने रेलवे स्टेशन, ट्रेन और बाजार में मोबाइल फोन चुराने वाले एक गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना झारखंड का रहने वाला है। वह अपने गैंग में नाबालिगों से मोबाइल फोन की चोरी का काम करवाता...

Gorakhpur News : जीआरपी गोरखपुर ने रेलवे स्टेशन, ट्रेन और बाजार में मोबाइल फोन चुराने वाले एक गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना झारखंड का रहने वाला है। वह अपने गैंग में नाबालिगों से मोबाइल फोन की चोरी का काम करवाता है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 10 लाख रुपये की मूल्य के 44 मोबाइल फोन, एक तमंचा, कारतूस और चाकू बरामद किया है। जीआरपी ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।

ये है पूरा मामला
एसपी रेलवे संदीप कुमार मीना ने बताया कि ट्रेन और प्लेटफार्म पर मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के गोरखपुर में होने की सूचना मिली थी। उसके बाद जीआरपी थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह रेलवे स्टेशन परिसर में चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान घड़ी वाले गेट के पास तीन संग्दिध घूमते दिखाई दिए। शक होने पर जीआरपी ने उन्हें हिरासत में ले लिया। आरोपियों की पहचान झारखंड के साहबगंज जिले में स्थित तलझाड़ी के महरापुर के रहने वाले मनोज मंडल, तीन पहाड़ गांव के रहने वाले करन कु‌मार नोनिया के रूप में हुई। इसके साथ ही एक नाबालिग भी शामिल है। पूछताछ में पता चला कि गिरोह का सरगना मनोज मंडल अपने गैंग के सदस्यों को प्रतिमाह 15,000 रुपये की तनख्वाह देकर चोरी करवाता है। ये गैंग ट्रेनों और बाजार में काफी सक्रिय है। ये गोरखपुर के अलावा संत कबीरनगर, महराजगंज, कुशीनगर तथा गोरखपुर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की जेब और बैग से मोबाइल चुराता है।

नेपाल और बांग्लादेश में बेचते थे फोन
चोरी किए गए मोबाइल फोन की कीमत इंटरनेट से सर्च करके 30 प्रतिशत लाभ पर नेपाल और बांग्लादेश में बेच देता है। मनोज के खिलाफ गोरखपुर और आजमगढ़ जिलों में आधा दर्जन से अधिक चोरी के मामले दर्ज हैं। आरोपी करन कुमार पूर्व में दो बार कैंट थाने से जेल जा चुका है।

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