देवरिया मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी : मरीजों को नहीं मिल रहा बेहतर इलाज, MBBS छात्रों को भी हो रही परेशानी

UPT | देवरिया मेडिकल कॉलेज

Dec 26, 2024 15:24

मेडिकल कॉलेज के दंत रोग विभाग, ईएनटी विभाग, मानसिक रोग विभाग, चेस्ट रोग विभाग, चर्म रोग विभाग और अल्ट्रासाउंड विभाग में एक-एक विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। मेडिकल कॉलेज की ओपीडी जूनियर डॉक्टरों के भरोसे चल रही है। औसतन हर दिन करीब तीन हजार मरीज ओपीडी में आते हैं।

Deoria News : महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी दूर नहीं हो पा रही है। इससे न सिर्फ मरीजों को परेशानी हो रही है, बल्कि एमबीबीएस के छात्रों को भी पढ़ाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी यह स्थिति बनी हुई है। मेडिकल कॉलेज में 92 विशेषज्ञ डॉक्टरों के सापेक्ष सिर्फ 52 ही तैनात हैं।

मेडिकल कॉलेज के दंत रोग विभाग, ईएनटी विभाग, मानसिक रोग विभाग, चेस्ट रोग विभाग, चर्म रोग विभाग और अल्ट्रासाउंड विभाग में एक-एक विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। मेडिकल कॉलेज की ओपीडी जूनियर डॉक्टरों के भरोसे चल रही है। औसतन हर दिन करीब तीन हजार मरीज ओपीडी में आते हैं। गंभीर मरीजों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर करना पड़ता है। यह हाल तब है जब मेडिकल कॉलेज को खुले तीन साल से ज्यादा हो गए हैं।

इन सभी विभागों में एक-एक विशेषज्ञ डॉक्ट
मेडिकल कॉलेज के दंत विभागाध्यक्ष के पद पर डॉ. अफसाना तैनात हैं। यहां दो जूनियर डॉक्टर भी तैनात हैं। ईएनटी विभागाध्यक्ष के पद पर डॉ. प्रदीप गुप्ता और मानसिक रोग विभाग में डॉ. अम्बू पांडेय विभागाध्यक्ष हैं। त्वचा रोग विभागाध्यक्ष के पद पर डॉ. प्रकृति शुक्ला और अल्ट्रासाउंड विभागाध्यक्ष के पद पर डॉ. शिशिर कुमार तैनात हैं। इन सभी विभागों में एक-एक विशेषज्ञ डॉक्टर ही तैनात हैं।

महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश बरनवाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए समय-समय पर पत्र भेजकर शासन को जानकारी दी जा रही है। विशेषज्ञ डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरने का प्रयास जारी है।

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