Dog Attack : कुत्ते हमले के लिए चुनते हैं सॉफ्ट टारगेट, मासूम बच्चे और बुजुर्ग बने अधिक शिकार...

UPT | Dog Attack

May 27, 2024 12:09

आवारा कुत्ते हमेशा सॉफ्ट टारगेट को चुनकर ही हमला बोलते हैं। वे पहले भौंक कर डराते हैं, जब उनको लगता है कि सामने वाला उनसे कमजोर है और जिनका वह आसानी से शिकार कर सकें...

Kanpur News : उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुत्तों का खौफ छाया हुआ है। हर दिन कुत्तों के हमले की खबरें आती रहती हैं। इसी बीच कानपुर में फिर से खबर आई है कि दो बच्चों पर कुत्तों ने हमला कर दिया। एक बच्चे को कुत्तों ने नोच-नोचकर मौत के घाट उतार दिया, जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आवारा कुत्ते हमेशा सॉफ्ट टारगेट को चुनकर ही हमला बोलते हैं। कुत्ते अधिकतम मासूम बच्चों और बुजुर्गों को ही शिकार बनाते है। 

कुत्तों ने दो बच्चों पर किया हमला
कानपुर के थाना गोविंदनगर स्थित दादानगर पुल के नीचे कबाड़ बीनने वाले दंपत्ति छोटू और पूजा बच्चों के साथ रहते हैं। रविवार की रात दंपति दो बच्चे 5 साल की बेटी खुशी और डेढ़ साल के बेटे भोला के साथ दादा नगर पुल के नीचे खुले में सो रहे थे। इस दौरान इलाके के आवारा कुत्ते भाई बहन को खींच ले गए और नोंचकर खाने लगे। 

हमले के लिए चुनते हैं सॉफ्ट टारगेट
पशु चिकित्सकों का मामना है कि आवारा कुत्ते हमेशा सॉफ्ट टारगेट को चुनकर ही हमला बोलते हैं। वे पहले भौंक कर डराते हैं, जब उनको लगता है कि सामने वाला उनसे कमजोर है और जिनका वह आसानी से शिकार कर सकें, ऐसे लोगों पर हमला बोलते हैं। ऐसी ही घटना का उदाहरण है कानपुर में दो बच्चो पर कुत्ते का हमला करना।

अधिकतर मासूम बच्चों और बुजुर्गों शिकार
मीडिया रिपोर्टकी मानें तो मासूम बच्चों और बुजुर्गों को ही अधिकतर कुत्तों का शिकार बनाते हैं। लोगों को चाहिए कि कुत्तों से ज्यादा छेड़छाड़ न करें। खास करके बदलते मौसम में और उनके प्रजनन काल में बच्चों को उनसे दूर रखें। अपने बच्चों को समझाएं की कुत्तों से किसी भी तरह से छेड़खानी न करें।

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