Kanpur News : सीएसजेएमयू का आयोजित हुआ 39वां दीक्षांत समाहरोह, 105 मेडल किए गए वितरित

UPT | दीक्षांत समाहरोह

Sep 28, 2024 23:03

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आज शनिवार को 39वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ मंत्रोच्चार के साथ हुआ।इस दौरान राज्यपाल द्वारा छात्रों को 105 मेडल वितरित किए गए।

Kanpur News : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आज शनिवार को 39वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ मंत्रोच्चार के साथ हुआ। इस दौरान शोभायात्रा के साथ कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी,  कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव,  कार्य परिषद, अकादमिक परिषद के सदस्य गण, संकायाध्यक्ष, सभी विभागाध्यक्ष प्रेक्षागृह मे पहुंचे।

सभी अतिथियों का किया स्वागत
समारोह में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय प्रगति आख्या प्रस्तुत कर विश्वविद्यालय द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में अवगत भी कराया। इस दौरान उन्होंने बताया की विश्वविद्यालय ने एक साल में न सिर्फ अभूतपूर्व प्रगति की है बल्की NAAC A ++, UGC में कैटेगरी 1 के साथ ही NIRF में भी जगह बनाई है। विवि ने एडुकेयर में 82 रैंक हासिल कर प्रदेश ही नहीं देश का भी नाम रोशन किया है। विश्वविद्यालय में प्रर्यावरण संरक्षण के साथ सोलर एनर्जी, जल संरक्षण के साथ ही साथ निर्णायक कदम उठायें हैं।

विश्वविद्यालय ने 64 करोड़ लीटर पानी बचाया है साथ ही कानपुर विश्वविद्यालय एनईपी के तहत सभी पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कराने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय भी बना है। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय जल्द ही डिस्टेंस लर्निग प्रोग्राम भी शुरू करने जा रहा है। इस वर्ष 16 अंतर्राष्ट्रीय एमओयू साइन कर गुणवत्तापरक शिक्षा में निर्णायक सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं विश्वविद्यालय की ख्याति से प्रभावित होकर 10 अंतर्राष्ट्रीय छात्र-छात्राओं ने भी विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया है। विश्वविद्यालय में शोध गंगा की स्थापना भी की गई है। वहीं एक साल में 118 से अधिक पेटेंट भी विश्वविद्यालय के नाम हुए हैं। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के काम की देश-दुनिया में जमकर सराहना हो रही है।

एक क्लिक पर डिजीलॉकर में अपलोड हुआ डेटा, विवि देश भर में नंबर वन 
दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति ने एक क्लिक पर डिजीलॉकर में सभी छात्रों की डिग्री और मार्कशीट अपलोड कर दी। समारोह में  118737 छात्र-छात्राओं को डिग्री एवं 7 लाख 47 हजार 369 मार्कशीट डिजीलॉकर में अपलोड की गयी। डिजीलॉकर में डेटा अपलोड होते ही सीएसजेएमयू देश भर में नंबर वन पर आ गया।

कुल 105 मेडल,  25 छात्रों को एक से अधिक पदक मिले
दीक्षांत समारोह में कुल 105 मेडल वितरित किए गए। जिसमें एक चांसलर गोल्ड मेडल, दो सिल्वर मेडल, 33 ब्रॉन्ज मेडल, 12 वॉइस चांसलर गोल्ड मेडल के साथ प्रायोजित मेडल दिए गए। रितिका अवस्थी (डीजी कालेज) कुलाधिपति स्वर्ण पदक, पूनम (सीएसजेएमविवि) कुलाधिपति कांस्य पदक, सपना (सीएसजेएम विवि) कुलाधिपति कांस्य पदक, निखिल यादव (कारगिल शहीद महविद्यालय) कुलाधिपति कांस्य पदक, नंदिनी गुप्ता (आचार्य नरेंद्र देव नगर निगम महिला विद्यालय) कुलाधिपति कांस्य पदक, कामाख्या चतुर्वेदी (सीएसजेएमयू) कुलाधिपति कांस्य पदक, शालिनी उपाध्याय (सीएसजेएमयू) कुलाधिपति कांस्य पदक, मनविंदर कौर भाटिया कुलाधिपति कांस्य पदक 
दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति पदक (स्वर्ण, सिल्वर, ब्रांज सभी मिलाकर) 36 पदक तथा कुलपति स्वर्ण पदक 12 तथा 57 स्पान्सर्ड स्वर्ण पदक सहित कुल 105 पदक दिए गए। इस दौरान 57 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति की ओर से पदक प्रदान किये गए, जिसमें 39 छात्राएं तथा 18 छात्रों को पदक दिये गए। समारोह में डीजी कॉलेज की संगीत पाठ्यक्रम की छात्रा रितिका अवस्थी को कुलाधिपति स्वर्ण पदक सहित कुल 6 पदों से नवाजा गया।

प्रोफेसर बनना चाहती हूं
कार्यक्रम में डीजी कॉलेज की छात्रा रीतिका अवस्थी को कुलाधिपति मेडल समेत छह पदक मिले। इस दौरान उन्होंने अपनी सफलता के श्रेय माता पिता को देते हुए बताया की वह भविष्य में प्रोफेसर बनना चाहती हैं।

खट्टा मीठा रहा सफर पर मंजिल ने दी संतुष्टि
दीक्षांत समारोह में छह पदक हासिल करने वाली आकृति ने कहा कि यहां तक पहुंचाने की यात्रा काफी खट्टी मीठी सी सी थी लेकिन मंजिल पर पहुंच कर जो संतुष्टि मिली वह अनोखी सी है। मैंने अपने पापा का सपना आज पूरा कर दिया। कानून की पढ़ाई करने वाली आकृति अपना भविष्य न्यायपालिका में तलाश रही हैं। वह आगे चलकर न्यायधीश बनना चाहती हैं। वह आगे चलकर एलएलएम की पढ़ाई के साथ- साथ पीसीएस जे की तैयारी भी करना चाहती है।

हिंदी में है रुचि
हिंदी विभाग के देवांश दीक्षित को कुलाधिपति स्वर्ण पद प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि मैं वीएसएसडी कॉलेज से हूं। देवांश ने बताया कि उन्हें अपने पापा का सपना पूरा किया है और बोले उनकी मां ने पढ़ने में सबसे ज्यादा उनकी मेहनत की। आगे चलकर हिंदी भाषा में ही स्वंय को स्थापित करना है।

काश बाबा को भी साथ ला पाया होता
दीक्षांत समारोह में कांस्य पदक हासिल करने वाले विक्रम बहादुर वर्मा ने कहा कि पहली बार है जीवन में जब कोई यह बात मुझसे पूछ रहा है बहुत ही अच्छा महसूस कर रहा हूं काश ! मैं बाबा को साथ ला पाया होता। मेरे टीचर्स ने मुझे मेरे करियर को तराशने में बड़ी भूमिका निभाई। मेरा मानना है कि सफलता को कोई शॉर्टकट नहीं होता।

यह मेडल भविष्य के लिए प्रेरित करेगा
बी.एड. की सपना ने कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि यह मेरे परिवार के लिए बहुत गर्व की बात है और उन्होंने कहा कि मैं आगे भी ऐसे ही कड़ी मेहनत करती रहूंगी जिससे मैं अपने सारे सपने पूरे कर सकूं और परिवार का नाम रौशन कर पाउंगी।

माता-पिता को किया गौरवान्वित
मेडल प्राप्त करने वाली एमकॉम की भारती गुप्ता ने कहा कि बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं और उन्होंने अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता पिता को दिया। भारती ने कहा कि मां-बाप ने शिक्षा के लिए बेहतर अवसर दिया और हर संभव प्रेरित किया इसलिए यह सफलता हासिल कर सकी हूं।

राज्यपाल से मिलकर सातवें आसमान पर हूं
बी. कॉम. विभाग की छात्रा अनुराधा शर्मा ने अपनी मां के प्रति बेहद आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि अपने जीवन में ऐसे क्षण की अनुभूति पहली बार हुई। कभी सोचा नहीं था कि राज्यपाल महोदया से मंच पर बुलाकर सम्मान मिलेगा। राज्यपाल महोदया से तीन मेडल पाकर खुद को सातवें आसमान पर महसूस कर रही हूं।

विधानसभा अध्यक्ष को दी मानद उपाधि
वही कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई। इस दौरान उन्होंने कहा हमे विश्वविद्यालय का छात्र होने पर गौरव होता है हर छात्र हमारा ब्रांड एंबेसडर है, हमें देश को कुछ देने की भावना को उद्देश्य बनाकर कार्य करना चाहिए। मैने कभी कल्पना भी नहीं कि थी एक दिन विश्वविद्यालय से मुझे यह सम्मान मिलेगा। मैं इस सम्मान से अभिभूत हूं। इसके लिए कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के प्रति आभार प्रकट करता हूं। साथ ही कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की लीडरशिप की प्रशंसा करता हूं जिन्होने इस विश्वविद्यालय का पूरा स्वरूप ही बदल दिया है। आज हमें यह बताते हुए बहुत गर्व होता है कि हमारा सम्बन्ध कानपुर विश्वविद्यालय से है।

सर्वाइकल कैंसर टीके की हुई शुरुआत
इस दौरान  कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने 153 मिहलाओं को सर्वाइकल कैंसर का टीका लगाने की अभियान की शुरुआत की। विवि की ओर से गोद लिए 5 गांव (ईश्वरी गंज, होरा कछार, बरहट बांगर, गबडहा, सुनौड़ा) की 153 बेटियों को सर्वाइकल कैंसर का टीका भी निशुल्क लगाया जाएगा। कुलाधिपति की ओर से राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला क्षयरोग अधिकारी को टीबी ग्रस्त मरीजों के लिये पोषण पोटली भी प्रदान की गई। विश्वविद्यालय की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को कैंसर की स्क्रीनिंग की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। । इस दौरान ‘तालाब तारण अभियान’ की शुरुआत कुलाधिपति और रामवीर तंवर पांड मैन ऑफ इंडिया की ओर से की गई। दरअसल सीएसआर फंड के जरिए इन तालाबों को सुधारा जाएगा। भव्य दीक्षांत समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की ओर से 20 साड़ी बैंक की शुरुआत भी की गई। 

मां-बाप की कभी न करे अवहेलना- कुलाधिपति
कुलाधिपति आंनदीबेन पटेल ने मंच पर विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उन्हें उनके अथक परिश्रम के लिए उनकी सराहना की साथ ही सीख देते हुए कहा की कभी भी माता पिता की अवहेलना नहीं करनी चाहिए यही असली शिक्षा है। आंगनबाड़ी हमारे समाज की नींव है। आने वाले कल का भविष्य युवाओं पर ही निर्भर करता है। उन्होंने कहा सर्वाइकल कैंसर किशोरियों के लिए एक चिंताजनक विषय है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे बड़ा जानलेवा कैंसर है। 

भारत में हर सात मिनट में एक महिला सर्वाइकल कैंसर से मरती है। इनमें से ज़्यादातर मौतों को ज़्यादा जागरूकता, HPV टीकाकरण और शुरुआती पहचान से रोका जा सकता है। सभी को समझाया गया की  सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए सर्वोत्तम उपाय एचपीवी टीका करण से संभव है। इस  टीके को लगाने की सर्वोत्तम उम्र 9  वर्ष से 14 वर्ष के मध्य है जिसमे केवल दो डोज़ टीके के छह माह के अंतराल में दिए जायेंगे  एवं 15 वर्ष से अधिक आयु की बालिकाओं को तीन डोज़ लगाए जायेंगे जो की विश्वविद्यालय में निःशुल्क लगाए जाएंगे, जिसके टीकाकरण को लेकर समाज को जागरूक होना चाहिए। 

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