Sisamau By-Election Result: सीसामऊ में बीजेपी को 61 बूथों में जीरो से 10 वोट मिले...155 बूथ जीतकर भी हारी भाजपा

UPT | सपा-बीजेपी प्रत्याशी

Nov 24, 2024 10:12

कानपुर की सीसामऊ सीट पर बीजेपी सबसे अधिक बूथ जीतकर भी हार गई।जबकि 30 ऐसे बूथ हैं जिसमें बीजेपी को 5 से 7 वोट मिले है। वहीं सपा ने 120 बूथों पर जीत दर्ज की है। लेकिन उसको बढ़त लेने का लाभ मिला है।

Short Highlights
  • सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के 60 अधिक ऐसे बूथ रहे जहां बीजेपी को जीरो से 10 वोट मिले हैं।
  • सपा को हिंदू क्षेत्रों में पड़ने वाले बूथों पर भी बंपर वोट मिले है।
  • बीजेपी 155 सीटें जीतकर भी चुनाव हार गई।
Kanpur News: यूपी के कानपुर की सीसामऊ सीट पर सपा ने चौथी बार कब्जा जमाया है। सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने विषम परिस्थितियों में शानदार जीत दर्ज की है। बीजेपी की हार का करण 61 बूथ बने हैं। सीसामऊ क्षेत्र के चमनगंज, बेकनगंज, तलाक महल, तकिया पार्क, बजरिया समेत 61 बूथों पर बीजेपी को जीरो से 10 के बीच को मत हासिल कर सकी। सीसामऊ के 275 बूथों में से 101 बूथों ऐसे रहे जिसमें बीजेपी को मात्र 150 वोट मिले। बीजेपी 155 बूथ जीतकर कर भी चुनाव हार गई।

समाजवादी पार्टी ने सभी बूथों पर दहाई का अंक पार किया है। सबसे कम एक बूथ पर उसे 32 वोट मिले हैं। वहीं, विधानसभा क्षेत्र के 73 ऐसे बूथ रहे जिसमें सपा को 32 से लेकर 100 वोट मिले हैं। जिसमें पीरोड, गांधी नगर, ग्वालटोली, दर्शन पुरवा, शूटरगंज, आचार्य नगर, कौशलपुरी, चुन्नीगंज समेत कई हातों के बूथ शामिल है। यह सभी बूथ हिंदू आबादी से मिले हैं।

कई बूथों पर बीजेपी को मिले भारी वोट 
बीजेपी ने बूथ विजय का चक्रव्यूह रचा था। जिसमें वह सपा से अधिक बूथों पर जीत भी हासिल कर सकी, लेकिन मतों का अकड़ा कमजोर होने की वजह से हार का मुंह देखना पड़ा। कुछ क्षेत्र ऐसे रहे जहां बीजेपी निचले स्तर पर आ गई। जबकि कई क्षेत्रों में उसे ठीक वोट भी मिले। जीरो से 10 वोट वाले बूथों को लेकर पार्टी पहले से तैयारी थी।

बीजेपी 155 बूथ जीतकर भी हार गई 
बीजेपी ने सीसामऊ क्षेत्र के 275 बूथों में से 155 बूथों में जीत दर्ज की। इससे उसके बूथ विजय चक्रव्यूह को सफलता मिली पर इसके उलट चमनगंज, चुन्नीगंज, कर्नलगंज, बजरिया के उन बूथों पर पार्टी को ऐसी शिकस्त मिली कि उसकी बढ़त का अंतर दर्शनपुरवा से ग्वालटोली तक के बूथ नहीं बढ़ा पाए। जबकि सपा 120 बूथों पर ही जीत दर्ज कर पाई, लेकिन उसकी बढ़त होने का पार्टी को लाभ मिला।
 

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