Kanpur News : मैनपुरी सीट जब भी खतरा मंडराया मुलायम सिंह ने संभाला मोर्चा, विरासत बचाने की कवायद में जुटे अखिलेश

फ़ाइल फोटो | मुलायम सिंह के साथ अखिलेश और डिंपल

Apr 05, 2024 17:21

मैनपुरी सीट को मुलायम सिंह की कर्मभूमि माना जाता है। इस सीट पर जब कभी भी खतरा मंडराया, उन्होंने प्रत्याशी के रूप में उतर उसे बचाने का काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने इस सीट पर जिसे चाहा है, उसे सांसद भी बनाया है।

Kanpur News : यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट जब से अस्तित्व में आई, समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है। मुलायम सिंह यादव का जन्म भले ही इटावा में हुआ है। उन्होंने मैनपुरी सीट को अपनी कर्मभूमि माना है। मैनपुरी सीट पर जब भी खतरा मंडराया, उन्होंने नेतृत्व कर उसको बचाने का काम किया है। बसपा से लेकर मोदी लहर में बीजेपी ने एड़ी चोट का जोर लगाया, लेकिन मैनपुरी में बसपा का हाथी भी एक कदम नहीं चल पाया, वहीं बीजेपी भी कमल खिलाने में नाकामयाब साबित हुई है।

मैनपुरी लोकसभा सीट पर मुलायम सिंह ने पहले अपने भतीजे और फिर पौत्र को रिकॉर्ड वोटों से जिताने का काम किया। खतरे का अहसास का होने पर उनकी टिकट काट कर खुद मैनपुरी सीट से चुनाव लड़े। मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में अखिलेश यादव ने डिंपल यादव को मैदान में उतारा था। बीजेपी ने ​उपचुनाव में डिंपल को हराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। इसके बाद भी डिंपल ने मैनपुरी में शानदार जीत दर्ज की थी। लोकसभा चुनाव-2024 में बीजेपी ने अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है।

खतरे का अहसास होने पर खुद उतर पड़ते थे
लोकसभा चुनाव-2004 में मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट पर जीत दर्ज करने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उपचुनाव में उन्होंने अपने भतीजे धर्मेंद्र यादव को उतारा था। धर्मेंद्र यादव को 3,48,999 वोट मिले थे। उन्होंने बसपा के अशोक शाक्य को 1,79,713 वोटों से हराया था। लोकसभा चुनाव 2009 में प्रदेश में बसपा की सरकार की थी। मुलायम सिंह को अंदेशा था कि बसपा मैनपुरी सीट पर कुछ गड़बड़ कर सकती है। मैनपुरी सीट को बचाने के लिए मुलायम सिंह 2009 के आम चुनावों में उतर गए थे। उन्होंने बसपा के विनय शाक्य को 1,73,069 वोटों से हराया था।

तेज प्रताप को बनाया था सांसद
लोकसभा चुनाव-2014 में मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने उपचुनाव में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद और पौत्र तेज प्रताप यादव को उतारा था। तेज प्रताप ने रिकॉर्ड वोट 6,53,786 वोट हासिल किए थे। तेज प्रताप ने बीजेपी के प्रेम सिंह को 3,21,149 वोटों से हराया था।

बीजेपी के मंसूबों को भांप गए थे मुलायम सिंह यादव
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी। मुलायम सिंह को आशंका थी कि बीजेपी मैनपुरी में कुछ गड़बड़ सकती है। तेज प्रताप का टिकट काट कर, एक बार फिर से उन्होंने मैनपुरी की रण में उतर गए थे। मैनपुरी सीट का चुनाव बड़ा रोमांचक था। इस चुनाव में मुलायम सिंह यादव को 94,389 वोटों से जीत मिली थी।

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