अयोध्या रेप केस : डीएनए टेस्ट में पीड़िता से मैच हुआ नौकर का सैंपल, मोइद खान को मिली राहत

UPT | मोइद खान

Oct 01, 2024 12:32

अयोध्या के चर्चित रेप केस में सोमवार को एक मोड़ आया, जब डीएनए रिपोर्ट ने पीड़िता से रेप की पुष्टि की। इस मामले में सपा नेता मोइद खान के नौकर राजू का डीएनए पीड़िता के सैंपल से मेल...

Lucknow News : अयोध्या के चर्चित रेप केस में सोमवार को एक मोड़ आया, जब डीएनए रिपोर्ट ने पीड़िता से रेप की पुष्टि की। इस मामले में सपा नेता मोइद खान के नौकर राजू का डीएनए पीड़िता के सैंपल से मेल खा गया है। हालांकि डीएनए रिपोर्ट में मोइद खान का सैंपल मेल नहीं खाया। जिससे उनके खिलाफ लगे आरोपों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।


पीड़िता से मैच हुआ नौकर का डीएनए सैंपल 
यह मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस पंकज भाटिया के समक्ष चल रहा है। जहां सोमवार को सील बंद लिफाफे में डीएनए रिपोर्ट पेश की गई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रेप हुआ है और इसका मुख्य आरोपी मोइद का नौकर राजू है। बावजूद इसके पीड़िता ने अपने सभी बयानों में मोइद खान का ज़िक्र किया है। मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को निर्धारित की गई है।

मोइद खान की भूमिका पर सवाल
इस मामले में मोइद खान के वकील ने उनके निर्दोष होने की दलील दी। वकील का कहना है कि डीएनए रिपोर्ट से साफ हो गया है कि मोइद खान का इस अपराध से कोई संबंध नहीं है। क्योंकि उनका डीएनए पीड़िता से मेल नहीं खाया। इस पर सरकारी वकील और अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने तर्क दिया कि डीएनए परीक्षण से केवल एक व्यक्ति की संलिप्तता की पुष्टि हो सकती है। लेकिन इससे यह स्पष्ट नहीं होता कि अन्य लोग अपराध में शामिल नहीं थे। विनोद शाही ने कहा, "पीड़िता ने अपने हर बयान में मोइद खान की संलिप्तता की बात कही है। डीएनए रिपोर्ट से यह जरूर स्पष्ट होता है कि राजू ने अपराध किया। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि मोइद खान इस मामले से पूरी तरह से बरी हैं। गैंगरेप के मामलों में अक्सर यह देखा जाता है कि एक व्यक्ति का डीएनए मेल खाता है, लेकिन बाकी आरोपियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।"

जानिए पूरा मामला
इस मामले में पीड़िता ने पुलिस और मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयानों में लगातार यह कहा है कि उसे मोइद खान के कहने पर बुलाया गया था और मोइद ने ही घटना के दौरान मोबाइल से रिकॉर्डिंग भी की थी। यह घटना मोइद खान की बेकरी में हुई जहां पीड़िता का शोषण किया गया। विनोद शाही ने मीडिया से बातचीत में यह भी बताया कि डीएनए रिपोर्ट से रेप की घटना की पुष्टि होती है। उन्होंने कहा, "गैंगरेप के मामलों में प्रेगनेंसी के डीएनए हमेशा एक व्यक्ति से मेल खाते हैं।

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