हरदोई में सर्दी से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी : एडीएम ने दी अहम सलाह- जानें क्या करें और क्या न करें

UPT | अलाव तापते लोग

Nov 22, 2024 16:30

हरदोई जिले की अपर जिलाधिकारी एवं दैवीय आपदा प्रभारी अधिकारी प्रियंका सिंह ने शीतलहर से बचाव को लेकर विशेष दिशानिर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।

Short Highlights
  • प्रशासन ने सर्दी से बचने के लिए गर्म पेय पीने की दी सलाह
  • कोयले की अंगूठी को बंद कमरे में इस्तेमाल ना करने की सलाह 
Hardoi News : अपर जिलाधिकारी एवं दैवीय आपदा प्रभारी अधिकारी प्रियंका सिंह ने बताया कि लोगों को शीतलहर व ठंड से बचाने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि क्या करें और क्या न करें।

सर्दी से बचाव के लिए एडवाइजरी का रखें ध्यान 
हरदोई की एडीएम ने बताया कि इसके लिए स्थानीय रेडियो सुनें, समाचार पत्र पढ़ें, टीवी व मोबाइल फोन के जरिए मौसम की जानकारी लेते रहें। बताई गई सलाह के अनुसार कार्य करें। सर्दी से बचने के लिए स्वेटर, टोपी, मफलर, कंबल, गर्म कपड़े जैसे ऊनी कपड़े आदि का प्रयोग करें, आवश्यकतानुसार अलाव जलाएं। आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें।


फिटिंग वाले ऊनी कपड़े पहनें
शरीर में गर्मी का प्रवाह बनाए रखने के लिए लगातार गर्म पेय पदार्थों का सेवन करते रहें। ठंड में जितना हो सके घर के अंदर रहें, खुले वाहनों व लंबी दूरी की यात्रा से बचें। खुद को सूखा रखें, कई परतों वाले फिटिंग वाले ऊनी कपड़े पहनें। शरीर के तापमान का संतुलन बनाए रखें। उचित भोजन, विटामिन-सी युक्त फल व सब्जियां खाएं। 

बुजुर्गों और बच्चों का ख्याल रखें
अधिक सर्दी/कोहरा होने पर बुजुर्गों व बच्चों का ख्याल रखें, अकेले रहने वाले पड़ोसियों की जांच करें। हाइपोथर्मिया (Hypothermia) के लक्षणों जैसे शरीर का असामान्य तापमान, बेहोशी, अत्यधिक कंपकंपी, थकान, हकलाना आदि पर नजर रखें। ऐसी स्थिति होने पर नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें। शीतदंश (Frostbite) के लक्षणों जैसे शरीर के अंगों का सुन्न होना, हाथ-पैरों, नाक, कान आदि पर सफेद या पीले धब्बे आना आदि पर नजर रखें। अपने नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें। अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें। ठंड में फर्श और हरी घास पर नंगे पैर न चलें।

कोयले की अंगीठी का बंद कमरे में न करें प्रयोग 
कोयले की अंगीठी/हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन/वायु संचार बनाये रखें ताकि कमरे में विषाक्त/जहरीला धुआं एकत्र न हो। रात्रि में सोते समय बंद कमरे में हीटर/अंगीठी का प्रयोग कदापि न करें। बंद कमरे में हीटर /अंगीठी के प्रयोग से ऑक्सीजन स्तर घट जाता है जिसके कारण दम घुटने की सम्भावना बन सकती है। कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, फॉग लाइट जलायें रखें, वाहन पर रेडियम स्टीकर लगाएं।

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