भानवी सिंह का राजा भैया पर कटाक्ष : राजा राम के किस आदर्श का पालन किया? साजिश-षड्यंत्र से हार नहीं सकते

UPT | Bhanvi Kumari Singh-Raja Bhaiya

Aug 14, 2024 00:09

भानवी कुमार सिंह ने कहा कि अपने ही परिवार के खिलाफ षड्यंत्र का उदाहरण मुगलों के काल में बहुत मिलता है। लेकिन, हिंदू राजघरानों में इस तरह का उदाहरण विरले ही मिलते हैं। राजघरानों में अगर किसी ने ऐसा किया भी तो उसका राज पाट बच नहीं पाया।

Lucknow News : जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष और प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह 'राजा भैया' पर उनकी पत्नी भानवी कुमारी सिंह ने एक बार फिर निशाना साधा है। राजा भैया और भानवी कुमार सिंह लंबे समय से अलग-अलग रहते हैं और दोनों का मामला कोर्ट में है। भानवी कुमार सिंह की सोशल साइट एक्स पर ताजा पोस्ट फिर चर्चा में है। इसमें उन्होंने परिवार के खिलाफ षड्यंत्र करके अपनों का हक मारने जैसे आरोप लगाए हैं। उन्होंने लोगों से ऐसा करने वालों को बेनकाब करने को कहा है। 

घुट-घुट कर रोज खुद को मार नहीं सकते
भानवी कुमार सिंह ने पोस्ट में साजिश, उत्पीड़न, सम्मान का हवाला देते हुए भी अपनी बात कही है। उन्होंने कहा कि, 'साजिशों से षड्यंत्र से हार नहीं सकते। उत्पीड़न को गले का हार बना नहीं सकते। सम्मान के लिए जियें सम्मान के लिए मरें। घुट-घुट कर रोज खुद को मार नहीं सकते।'

लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई
भानवी कुमार सिंह ने कहा कि अपने ही परिवार के खिलाफ षड्यंत्र का उदाहरण मुगलों के काल में बहुत मिलता है। लेकिन, हिंदू राजघरानों में इस तरह का उदाहरण विरले ही मिलते हैं। राजघरानों में अगर किसी ने ऐसा किया भी तो उसका राज पाट बच नहीं पाया। दुर्योधन से श्रेष्ठ उदाहरण इस संदर्भ में कोई और नहीं हो सकता। पीढ़ियां उस दर्द को झेलती हैं। 'लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई'! 

राजा राम के किस आदर्श का पालन किया? 
भानवी कुमारी सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि महिला सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें सार्वजनिक तौर पर करना और घर की चहारदीवारी के भीतर उस सम्मान को रौंदने का प्रयास करना, अपनों के रुदन पर अट्टहास करना और हर दिन नया षड्यंत्र करके अपनों का ही हक मारना? जब भी कोई सार्वजनिक तौर पर राम चरित मानस का उदाहरण दे, उससे पूछिये आपने राजा राम के किस आदर्श का पालन किया? जब कोई गीता का संदेश सुनाये तो पूछिये आपने श्रीकृष्ण द्वारा उद्धृत धर्म और न्याय का कितना साथ दिया? 

बातों और कर्म का मेल नहीं होने वाले चेहरों को करें बेनकाब
उन्होंने कहा कि ऐसे सवाल समाज में उन चेहरों को बेनकाब करेंगे जिनकी बातों और कर्म का मेल नहीं होता। सामाजिक दबाव भी बनेगा कि लोग सच के साथ खड़े हों झूठे रुतबे के आगे कभी नहीं झुकें। हमारे समाज में मौजूद ऐसे चेहरों को बेनकाब करना हर महिला के लिए जरूरी है। चाहे वह आम महिला हो या खास। उन्होंने कहा कि महिलाओं का संघर्ष लगभग एक जैसा है ऐसे में महिलाओं को भी अपने स्वार्थ के लिए किसी दूसरी महिला का अहित नहीं हो यह ख्याल हमेशा रखना चाहिए।

महिलाओं के सम्मान में खड़े होने की अपील
भानवी कुमार सिंह ने महिलाओं के सम्मान में लोगों से खड़े होने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि धर्म मार्ग पर चलना आसान नहीं। अधर्म से कुछ मिल भी जाये उसका मान नहीं। आइये महिलाओं के सम्मान में एक साथ खड़े हों। हर साजिश अपने आप हार जाएगी।

कोलकाता डॉक्टर दरिंदगी कांड में दोषियों को फांसी की मांग
भानवी सिंह ने इससे पहले कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने इस दिल दहलाने वाली घटना बताते हुए दोषियों को फांसी की सजा की मांग की। भानवी सिंह ने कहा कि वीभत्स, दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषियों को फांसी होना चाहिए। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की, 'ममता दीदी आप स्वयं महिला हैं आपसे अनुरोध है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ ऐसी दंडात्मक कार्रवाई हो कि यह नजीर बने। 

Also Read