हर विधानसभा सीट पर भाजपा के 25000 वोट होंगे कम : अखिलेश यादव ने प्रतियोगी छात्रों के समर्थन में सरकार पर बोला हमला

UPT | Akhilesh Yadav-Amitabh Thakur

Nov 14, 2024 14:34

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की एक आदत पड़ गयी है, जनाक्रोश से डरकर आखिरकार बात तो वो मानने पर मजबूर होती है, लेकिन तभी जब उसके सारे हिंसक तरीके नाकाम हो जाते हैं और जब उसकी नौकरी विरोधी नकारात्मक राजनीति पूरी तरह फेल हो जाती है।

Lucknow News : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पीसीएस, आरओ व एआरओ परीक्षा एक ही दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त करने की मांग कर रहे छात्रों के समर्थन में सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। प्रयागराज में गुरुवार को यूपीपीएससी दफ्तर के बाहर बैरिकेडिंग गिराकर प्रतियोगी छात्रों के पहुंचने के बीच सपा अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के बाद आंदोलन और उग्र हो गया है। चार छात्रों को हिरासत में लिए जाने से छात्र बेहद आक्रोशित हो गए हैं। 

प्रतियोगी छात्रों और उनके परिवार से जुड़े एक करोड़ लोग विरोध में
अखिलेश यादव ने इस पर सोशल साइट एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा अगर केवल चुनाव का गणित समझती है तो सुन ले कि पीसीएस पीसीएस-आरओ-एआरओ-लोवर सबऑर्डिनेट जैसी अन्य प्रतियोगी छात्रों और उनके परिवार के लोगों को मिला लिया जाए तो ये संख्या लगभग एक करोड़ होती है। अगर इस 'महा-संख्या' को लगभग 400 विधानसभा सीटों से भाग दें तो भाजपा के लगभग 25000 वोट हर विधानसभा सीट पर कम होंगे मतलब भाजपा दहाई के अंक में सिमट जाएगी। 



जनाक्रोश से डरकर बात मानने पर मजबूर होती है भाजपा 
अखिलेश यादव ने कहा कि उम्मीद है, इस गणित को ही समझ कर आज ही भाजपा की हृदयहीन सरकार अत्याचार बंद करेगी और आंदोलनकारी युवाओं की लोकतांत्रिक जायज मांग को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की एक आदत पड़ गयी है, जनाक्रोश से डरकर आखिरकार बात तो वो मानने पर मजबूर होती है, लेकिन तभी जब उसके सारे हिंसक तरीके नाकाम हो जाते हैं और जब उसकी नौकरी विरोधी नकारात्मक राजनीति पूरी तरह फेल हो जाती है। उन्होंने व्यंगात्मक अंदाज में तंज किया कि भाजपा हमेशा के लिए खत्म होनेवाली है। अभ्यर्थी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!

तन से नहीं मन से लड़े जाते हैं आंदोलन 
सपा अध्यक्ष ने इससे पहले कहा कि भाजपा की अहंकारी सरकार अगर ये सोच रही है कि वो इलाहाबाद में यूपीपीएससी के सामने से आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को हटाकर, युवाओं के अपने हक के लिए लड़े जा रहे लोकतांत्रिक आंदोलन को खत्म कर देगी, तो ये उसकी 'महा-भूल' है। उन्होंने कहा कि आंदोलन तन से नहीं मन से लड़े जाते हैं और अभी तक वो ताकत दुनिया में नहीं बनी जो मन को हिरासत में ले सके। जुड़ेंगे तो जीतेंगे!

सीएम आवास जाने की जानकारी मिलते ही पूर्व आईपीएस अफसर के घर पहुंची पुलिस
वहीं पूर्व आईपीएस अफसर और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री आवास जाकर ज्ञापन देने के अपने कार्यक्रम की जानकारी दी। अमिताभ ठाकुर जब तक पांच कालिदास मार्ग पहुंचते, इससे पहले ही पुलिस उनके गोमतीनगर स्थित कार्यालय पर आ पहुंची। पुलिस उन्हें सीएम आवास जाने की मनाही की जानकारी दी। इसके बाद अमिताभ ठाकुर ने पुलिस को मुख्यमंत्री को संबांधित ज्ञापन सौंपा। इसमें प्रतियोगी छात्रों के समर्थन में प्रमुख मांग की गई। ज्ञापन में एक पाली में परीक्षा कराने सहित कोई नॉर्मलाइजेशन नहीं कराने की मांग की गई। साथ ही प्रतियोगी छात्रों पर हो रहे पुलिस उत्पीड़न को तत्काल रोकने के संबंध में कदम उठाने की अपील की गई। 

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