डॉ. सुब्रत चंद्रा ने बताया कि थैलेसीमिया एक अनुवांशिक बीमारी है, जिसका खतरा खासतौर पर उन परिवारों में बढ़ जाता है जहां पहले से किसी सदस्य को यह बीमारी होती है। खासतौर पर नजदीकी रिश्तों में शादी करने वालों को यह खतरा अधिक रहता है। बोनमैरो ट्रांसप्लांट इस बीमारी का स्थायी इलाज है, और इसके बाद मरीज सामान्य जीवन जी सकता है।