छह महीने में देंगे 40 हजार सरकारी नौकरी : सीएम योगी का अखिलेश यादव पर कटाक्ष, बोले- गिरोह के सरगना को हो रही परेशानी

UPT | CM Yogi Adityanath

Sep 10, 2024 15:32

मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग का गठन हो चुका है। इसमें भी हजारों पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा में भी भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है।

Lucknow News : यूपी में सरकारी नौकरी की तैयार कर रहे युवाओं को जल्द ही बड़ा अवसर मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले छह महीने के अंदर 40000 भर्तियां करने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) के जरिए ये भर्तियां निकाली जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर उन पर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले भर्ती को लेकर सरकार की नीयत अच्छी नहीं थी। भ्रष्टाचार और घूसखोरी उनकी पहचान बन चुकी थी। आज प्रदेश को उससे मुक्त किया गया। जिन लोगों ने कभी अच्छा किया ही नहीं, अच्छा होने पर उन्हें बुरा लगेगा ही। वह एक्सपोज हो रहे हैं, इसलिए दुष्प्रचार का सहारा लेते हैं। उनसे पूछा जाना चाहिए कि जब उनकी सरकार थी, तो क्या कर रहे थे। भर्ती प्रक्रिया क्यों पारदर्शी ढंग से नहीं हो पा रही थी। क्यों न्यायपालिका को बार-बार भर्ती प्रक्रियाओं को रोकना पड़ा।

दुनिया में पहली बार सिविल पुलिस की इतनी बड़ी भर्ती सकुशल संपन्न
सीएम योगी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित 647 वन रक्षकों-वन्यजीव रक्षकों व 41 अवर अभियंताओं को लोकभवन में नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान ये बात कही। उन्होंने कहा कि हाल ही में 60200 पदों पर पुलिस भर्ती की परीक्षा सकुशल संपन्न की गई। पहली बार दुनिया में सिविल पुलिस की इतनी बड़ी भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से सकुशल संपन्न किया गया। उन्होंने कहा कि अब अगले छह महीने के अंदर 40000 हजार भर्तियां यूपीएसएसएससी के जरिए की जाएंगी। पुलिस भर्ती प्रक्रिया संपन्न होने के बाद पुलिस की 40 हजार नई भर्ती को फिर से संपन्न करेंगे। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को बढ़ा रहे आगे
मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग का गठन हो चुका है। इसमें भी हजारों पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा में भी भर्ती की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाते हुए युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ने की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया है।

डकैत भी बिना प्रमाण खुद को दोषी नहीं मानता
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में 1.55 लाख पुलिसकर्मियों के पद खाली पड़े थे। हम लोग आए तो समयसीमा के अंदर इसे भर दिया। इसी तरह 1.64 लाख शिक्षकों की भर्ती बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में संपन्न की। साढ़े छह लाख नौजवानों को हमारी सरकार में नौकरी मिली। उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि 2017 के पहले भर्ती को लेकर सरकार की नीयत अच्छी नहीं थी। भ्रष्टाचार और घूसखोरी उनकी पहचान बन चुकी थी। आज प्रदेश को उससे मुक्त किया गया। ऐसे तत्वों पर लगाम कसी गई है। गिरोह का व्यक्ति परेशान होगा तो सरगना भी परेशान होगा। परेशान होने पर कुछ न कुछ बोलेगा ही। उन्होंने कहा कि डकैत भी बिना प्रमाण खुद को दोषी नहीं मानता। फुटेज दिखाने पर ही कहता है कि गलती हो गई। यह भी गलती करते हैं, लेकिन स्वीकार नहीं करते। इन्हें फुटेज दिखाते हैं, फिर अहसास कराना पड़ता है कि तुमने गलती की है। इसलिए जनता बार-बार ठुकरा रही है।

परीक्षा पर निगरानी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम थोड़ी भी सावधानी बरत लें तो नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोई चेष्टा भी नहीं कर पाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने अनुचित साधनों पर रोक लगाने का काम किया है। चाहे वह नकल माफिया हो या पेपर लीक जैसी गतिविधियों की रोकथाम के लिए कानून लाए हैं। इस एक्ट के माध्यम से पेपर लीक करने वालों को एक करोड़ रुपए का जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने परीक्षा पर निगरानी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इंतजाम किया है। परीक्षा के प्रदेश में जितने भी सेंटर हैं या फिर बनते हैं वहां बैठने वाले अभ्यर्थियों को हम लखनऊ में बैठ करके स्क्रीन पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से मॉनिटर कर सकते हैं।

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