डिप्टी सीएम के बदले सुर : बंटेंगे तो कटेंगे पर केशव प्रसाद मौर्य का यू टर्न, कहा- सीएम योगी एक संत…

UPT | डिप्टी सीएम

Nov 17, 2024 17:01

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सुर बदल गए। जहां उन्हें कल बंटेंगे तो कटेंगे के नारे से किनारा किया था वही आज वो उसका समर्थन करते नजर आ रहे है।

Short Highlights
  • यूपी उपचुनाव के बीच डिप्टी सीएम के सुर वक्त वक्त पर बदलते नजर आ रहे है
  • कभी बंटेंगे तो कटेंगे का करते है समर्थन तो कभी करते है इंनकार
  • भाजपा पार्टी में आपस में ही नहीं बैठ रहा है तालमेल
Lucknow News : यूपी उपचुनाव से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है, वहीं बीजेपी नेताओं में भी आपसी तालमेल नहीं दिख रहा है। इन दिनों बीजेपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। केशव प्रसाद मौर्य कभी सीएम योगी के नारे 'बंटेंगे तो काटेंगे' के खिलाफ बोलते हैं तो कभी इसके समर्थन में। डिप्टी सीएम के सुर समय-समय पर बदलते नजर आते हैं।

डिप्टी सीएम के बदले सुर
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दिए गए बयान का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ एक संत हैं और उनका अपमान न तो वह बर्दाश्त करेंगे और न ही प्रदेश या देश की जनता। उनके मुताबिक, अखिलेश यादव को उपचुनाव और आने वाले चुनावों में ऐसे बयानों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। प्रयागराज में रविवार को मीडिया से बात करते हुए केशव मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कभी अच्छे लोगों की संगति नहीं मिली। मौर्य ने कहा, ''जब कोई गुंडों, अपराधियों, दंगाइयों और माफियाओं के बीच रहता है, तो वह साधु-संतों के बारे में क्या जानेगा। ऐसे लोग मर्यादा का भी ख्याल नहीं रखते।'' उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक संत की तरह हैं और न तो वह और न ही प्रदेश और देश की जनता उनका अपमान बर्दाश्त करेगी। मौर्य ने आगे कहा कि इस तरह के अपमान का असर उपचुनाव और चुनावों में जरूर दिखेगा।

डिप्टी सीएम ने नारे से किया था किनारा
बता दें कि एक दिन पहले शनिवार को मौर्य ने सीएम योगी के "बंटेंगे तो कटेंगे" पर असहमति जताई थी। मंझवा उपचुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्षी नेताओं को बंटने पर उनका भी वही हश्र होगा। इसके बाद जब केशव मौर्य से इस बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। मौर्य ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मुख्यमंत्री ने किस संदर्भ में यह बयान दिया है, इसलिए मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता।" हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए नारे "सबका साथ, सबका विकास" और "एक है तो सुरक्षित है" को अपना राजनीतिक दिशा-निर्देश माना और कहा कि यह नारा पार्टी का नारा है।

अखिलेश यादव का बड़ा बयान
केशव मौर्य के कल के बयान के बाद ही यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश की टिप्पणी भी आई थी। सपा प्रमुख अखिलेश ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी गिराने के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य प्रयासरत हैं और इसके लिए ''सुरंग खोदी जा रही है।'' उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में एक बड़े मंत्री की सभा को लोगों की अनुपस्थिति के कारण रद्द करना पड़ा, जो इस बात का संकेत है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारे मुख्यमंत्री पहले थोड़ा बहुत डरे हुए लग रहे थे, अब जैसे-जैसे उपचुनाव करीब आ गया है वह थोड़ा हिले हुए लग रहे हैं। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि जनता उनके खिलाफ खड़ी है।

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