सीएम योगी ने किया कृषि भारत 2024 का आगाज : नीदरलैंड्स के साथ आधुनिक कृषि तकनीक को साझा करने पर हुआ एमओयू

UPT | सीएम योगी ने किया कृषि भारत 2024 का आगाज।

Nov 15, 2024 17:24

सीएम योगी ने कृषि भारत 2024 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार, किसानों की स्वावलंबन की दिशा में किए गए प्रयासों और उत्पादन बढ़ाने के लिए डिजिटल कृषि एवं आधुनिक तकनीकों के महत्व पर जोर दिया। यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलने वाला महाकुंभ है, जो वृंदावन योजना मैदान में आयोजित किया जा रहा है।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कृषि भारत 2024 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार, किसानों की स्वावलंबन की दिशा में किए गए प्रयासों और उत्पादन बढ़ाने के लिए डिजिटल कृषि एवं आधुनिक तकनीकों के महत्व पर जोर दिया। यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलने वाला महाकुंभ है, जो वृंदावन योजना मैदान में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में 250 से ज्यादा प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं और लगभग एक  लाख कृषक व आगंतुक इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।

सूदखोरों से किसानों को मिलेगी मुक्ति 
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा कि पिछले दस वर्षों में किसानों को सूदखोरी के चंगुल से मुक्त करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस दिशा में सुधार की काफी संभावनाएं अभी भी मौजूद हैं। उनका मानना था कि बेहतर तकनीक का इस्तेमाल कर कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है।

आधुनिक तकनीक के माध्यम से बढ़ेगी उत्पादन क्षमता 
सीएम योगी ने राज्य की कृषि स्थिति का विश्लेषण करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भारत की सबसे बड़ी जनसंख्या (लगभग 25 करोड़) रहती है, जबकि यहां कृषि योग्य भूमि का कुल हिस्सा केवल 11 प्रतिशत है। इसके बावजूद, राज्य का कृषि उत्पादन देश के कुल कृषि उत्पादन का 20 प्रतिशत है, जो इसकी उत्तम जल संसाधन और उर्वरा भूमि को दर्शाता है। सीएम ने कहा कि राज्य में डिजिटल कृषि और आधुनिक तकनीक के माध्यम से उत्पादन को तीन से चार गुना बढ़ाने की क्षमता है।



केमिकल फर्टिलाइज़र पर निर्भरता कम करने जोर 
सीएम योगी ने आगे कहा कि राज्य में अब केमिकल फर्टिलाइज़र पर निर्भरता कम करने के साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा किसानों को जागरूक करने, बेहतर बीज बाजार में उपलब्ध कराने और कृषि को उद्यमिता से जोड़ने के लिए व्यापक बदलाव की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि किसानों के लिए सस्ती और किफायती प्रौद्योगिकी लाकर ही कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव संभव हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की, जिनमें मृदा परीक्षण, कृषि बीमा, कृषि सिंचाई योजनाएं और किसान सम्मान निधि शामिल हैं।

भारत-नीदरलैंड्स के बीच कृषि क्षेत्र में बढ़ेगा सहयोग
इस मौके पर नीदरलैंड्स के उप कृषि मंत्री जैन कीस गोएट और नीदरलैंड्स की राजदूत मारिसा गेरार्ड्स भी उपस्थित थे। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और नीदरलैंड्स के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए दो महत्वपूर्ण एमओयू (समझौते) हुए हैं। इन एमओयू के तहत दोनों देशों के बीच तकनीकी साझेदारी बढ़ाई जाएगी। नीदरलैंड्स को अपनी कृषि क्षमता और प्रौद्योगिकी के लिए जाना जाता है, और भारत के कृषि क्षेत्र में समन्वय और सहभागिता से चुनौतियों का समाधान संभव है। जैन कीस गोएट ने कहा भारत का कृषि क्षेत्र उपलब्धियों और असीम संभावनाओं से भरा हुआ है, और हम नीदरलैंड्स के अनुभव से भारत को लाभान्वित कर सकते हैं।

सतत कृषि प्रौद्योगिकी और नवाचार का प्रदर्शन
कृषि भारत 2024 प्रदर्शनी में बीस हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में कृषि के सतत विकास और नवाचारों को प्रदर्शित किया जा रहा है। इसमें कृषि, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण, कृषि सेवाओं, प्रौद्योगिकी, और अन्य उपकरणों से जुड़े प्रदर्शक शामिल हैं। यह प्रदर्शनी किसानों और कृषि विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वे अपने अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा कर सकते हैं।

कृषि नवाचारों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा
कार्यक्रम के उद्घाटन से पहले सीएम योगी ने नीदरलैंड्स के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में डिजिटल कृषि, स्मार्ट एग्रीकल्चर और कृषि नवाचारों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों और अन्य सरकारी संस्थानों के माध्यम से किसानों को आधुनिक बीज और तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है।

कृषि क्षेत्र में नई दिशा की ओर कदम
सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कार्यक्रम में कहा, “यह आयोजन उत्तर प्रदेश में कृषि प्रौद्योगिकी के नए युग की शुरुआत है, जो राज्य को कृषि क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। भारत के कृषि क्षेत्र में कई नई संभावनाएं हैं, और इस दिशा में योगी आदित्यनाथ ने कृषि को एक नई दिशा दी है।” कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मत्स्य पालन मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद, कृषि विपणन मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। सीआईआई (कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री) द्वारा आयोजित इस महाकुंभ में, देशभर के कृषि विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, और उद्यमी हिस्सा ले रहे हैं।

यूपी के कृषि क्षेत्र में विशाल संभावनाएं
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में कृषि, डेयरी, मत्स्य पालन और बागवानी जैसे क्षेत्रों में तीन से चार गुना अधिक उत्पादन संभव है। इसके लिए बेहतर प्रौद्योगिकी और नीदरलैंड्स जैसे देशों से सहयोग की जरूरत है। उत्तर प्रदेश को कृषि उत्पादन के क्षेत्र में एक वैश्विक पावरहाउस के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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