रोजाना 5 ग्राम से ज्यादा नमक दिल के रोगियों की जान का दुश्मन : विशेषज्ञ बोले- इन आदतों में बदलाव जरूरी

UPT | Heart Attack

Sep 22, 2024 21:29

डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के कार्डियोलॉजिस्ट और यूपीसीएसआई के सचिव डॉ. भुवन चंद तिवारी ने हार्ट फेल्योर के मरीजों को सलाह दी कि वे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार नियमित रूप से टहलें और हल्के योग व व्यायाम करें। इससे हृदय की पंपिंग क्षमता में सुधार होता है।

Lucknow News : दिल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को प्रतिदिन अधिकतम पांच ग्राम से कम नमक का सेवन करना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य व्यक्तियों को भी दिनभर में 10 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। अधिक नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधी रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यह जानकारी गोमतीनगर, लखनऊ में यूपी चैप्टर ऑफ कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया (यूपीसीएसआई) के 14वें मिडटर्म इंटरवेंशनल सम्मेलन में रविवार को दी गई। इस सम्मेलन में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS) के कार्डियोलॉजिस्ट और सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि ज्यादा नमक का सेवन शरीर में पानी को रोकने का कारण बनता है, जिससे धमनियां सख्त हो जाती हैं और रक्तचाप में वृद्धि होती है, साथ ही वजन भी बढ़ता है।

हार्ट फेल्योर के रोगियों के लिए योग और टहलने की सलाह
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के कार्डियोलॉजिस्ट और यूपीसीएसआई के सचिव डॉ. भुवन चंद तिवारी ने हार्ट फेल्योर के मरीजों को सलाह दी कि वे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार नियमित रूप से टहलें और हल्के योग व व्यायाम करें। इससे हृदय की पंपिंग क्षमता में सुधार होता है, जो दिल को स्वस्थ रखने में मददगार साबित होती है। इसके साथ ही, उन्होंने दिल के रोगियों को ब्लड प्रेशर की नियमित निगरानी करने और समय पर दवाइयों का सेवन करने की सलाह दी।



कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें: विशेषज्ञों की सिफारिश
आयोजन के सचिव डॉ. अवधेश शर्मा ने कहा कि दिल के रोगियों को अपने एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) को नियंत्रित रखने की जरूरत है। जिन मरीजों को बार-बार स्टंट डाला गया है, उनका कोलेस्ट्रॉल स्तर 30 के नीचे होना चाहिए। सामान्य दिल के मरीजों के लिए कोलेस्ट्रॉल का स्तर 70 से कम होना जरूरी है।

स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता की जरूरत
इस सम्मेलन में डॉ. आदित्य कपूर, डॉ. एसके द्विवेदी, और डॉ. ऋषि सेठी ने एंजियोप्लास्टी की नवीनतम तकनीकों पर चर्चा की। इसके अलावा, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके गोयल, डॉ. नाकुल सिन्हा, डॉ. रमेश ठाकुर, और डॉ. एमयू रब्बानी समेत 200 से अधिक डॉक्टर और रेजिडेंट उपस्थित थे। इस आयोजन के दौरान विशेषज्ञों ने दिल की बीमारियों को रोकने और उनके इलाज के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिससे लोगों में जागरूकता बढ़ी और स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता की जरूरत को समझाया गया।

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