Lucknow Crime: पूर्व चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन साइबर ठगी का शिकार, नंबर दबाते ही क्रेडिट कार्ड से हुआ ट्रांजेक्शन

UPT | gomtinagar police station

Jul 11, 2024 09:43

पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन से जालसाज ने अपने मोबाइल में 9 नंबर दबाने के लिए कहा। बाद में उन्हें ठगी की जानकारी हुई और उन्होंने केस दर्ज कराया।

Lucknow News : आम आदमी से लेकर बुजुर्गों से ऑनलाइन ठगी और डिजिटल अरेस्ट करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। लखनऊ पुलिस के पास ऐसे फ्रॉड के मामलों को लेकर शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। इसका ताजा शिकार अब यूपी में नौकरशाही के सबसे बड़े पद पर रहे पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन हुए हैं। जालसाज ने उनके क्रेडिट कार्ड से फर्जीवाड़ा करके 383 डॉलर की शॉपिंग कर ली। जानकारी होने पर पूर्व मुख्य सचिव ने पुलिस से शिकायत की। इस पर गोमतीनगर पुलिस एफआईआर दर्ज करते हुए पड़ताल में जुट गई है।

एसबीआई का कर्मचारी बताकर की कॉल
पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन राजधानी में गोमतीनगर के विवेकखंड इलाके में रहते हैं। उन्होंने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि विग आठ जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई थी। इसमें फोन करने वाले शख्स ने खुद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि आपके पी क्रेडिट कार्ड पर एक लाख नौ हजार रुपए की धनराशि बकाया है। इसके बाद जालसाज ने उन्हें झांसे में लेने के लिए उनके क्रेडिट कार्ड का नंबर भी बताया। 

क्रेडिट कार्ड का गलत नंबर बताया
पूर्व मुख्य सचिव के मुताबिक वह नंबर गलत था। इस पर जालसाज ने उनसे अपने मोबाइल में 9 नंबर दबाने के लिए कहा। पूर्व मुख्य सचिव के नंबर दबाने पर फोन करने वाले ने उनसे अपने बैंक की शाखा में संपर्क करने को कहा और कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। इसके बाद देर शाम आलोक रंजन के पास क्रेडिट कार्ड से लगभग 32 हजार रुपए कटने का मैसेज आया। 

विदेशी वेबसाइट से की शॉपिंग
बताया जा रहा है कि अभी तक की पड़ताल में सामने आया है कि पूर्व मुख्य सचिव के क्रेडिट कार्ड से जालसाज ने ऑनलाइन विदेशी वेबसाइट से शॉपिंग की है। इसमें 383 अमेरिकी डॉलकर खर्च किए गए हैं। इसके बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। गोमतीनगर पुलिस के मुताबिक इस ट्रांजेक्शन को लेकर पड़ताल की जा रही है। ये पता लगाया जा रहा है कि जालसाज ने कहां से इस फ्राड को अंजाम दिया।

पीड़ित के 4.77 लाख कराए वापस
लखनऊ पुलिस शहरवासियों को इस तरह के मामले में सर्तक रहने के लिए लगातार अपील कर रही हैं। इस तरह के मामले में पीड़ितों के रुपए दिलाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में बीते दिनों अज्ञात व्यक्ति द्वारा रिश्तेदार बनकर पीड़ित से ठगी किए गए 4.77 लाख रुपए पुलिस ने वापस कराए हैं। पुलिस ने अपील की है कि अनजान व्यक्ति से खाते की व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करें। खाते से धोखाधड़ी से रुपए निकलने की दशा में 1930 पर कॉल करें।
 

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