Lucknow News : आधार कार्ड और खातों की केवाईसी नहीं होने से 17 हजार बच्चों की सहायता राशि लटकी

UPT | primary school

Dec 20, 2024 13:07

सहायता राशि से वंचित 17 हजार बच्चों में से करीब 13 हजार बच्चे कक्षा एक और दो में पढ़ते हैं। इन बच्चों के अभिभावकों ने अभी तक उनके जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनवाए हैं। शिक्षकों का कहना है कि जन्म प्रमाणपत्र न होने से आधार कार्ड बनाना संभव नहीं हो रहा है।

Lucknow News : प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 17 हजार बच्चों को इस साल सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि नहीं मिल पाई है। हर साल बच्चों की यूनिफॉर्म, बैग, जूते-मोजे, स्वेटर और स्टेशनरी के लिए 1200 रुपये की राशि उनके अभिभावकों के खातों में भेजी जाती है। लेकिन, आधार कार्ड और बैंक खाता केवाईसी न होने के कारण इन बच्चों को यह सुविधा नहीं मिल सकी।

10 हजार बच्चों के पास नहीं है आधार कार्ड
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित 1618 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब 1.74 लाख छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। इनमें से 10 हजार बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है और 7 हजार बच्चों के अभिभावकों ने बैंक खाते की केवाईसी नहीं कराई है। शिक्षकों ने अपने स्तर पर तीन हजार बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की कोशिश की, लेकिन कई मामलों में जन्म प्रमाणपत्र की अनुपस्थिति के कारण आधार कार्ड नहीं बन पाया।



ज्यादातर समस्या छोटे बच्चों के साथ
सहायता राशि से वंचित 17 हजार बच्चों में से करीब 13 हजार बच्चे कक्षा एक और दो में पढ़ते हैं। इन बच्चों के अभिभावकों ने अभी तक उनके जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनवाए हैं। शिक्षकों का कहना है कि जन्म प्रमाणपत्र न होने से आधार कार्ड बनाना संभव नहीं हो रहा है।

यहां बनवा सकते हैं आधार कार्ड
बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए अभिभावक खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर लगने वाले कैंपों में या डाकघर में संपर्क कर सकते हैं। शिक्षकों ने अभिभावकों को इसकी जानकारी अभिभावक-शिक्षक बैठकों में दी है।
सहायता राशि का बंटवारा :
बच्चों को स्कूल में पढ़ाई के लिए जरूरी सामान की खरीदारी के लिए यह बजट प्रदान किया जाता है।
यूनिफॉर्म : 600 रुपये
बैग : 170 रुपये
जूते-मोजे : 170 रुपये
स्वेटर : 200 रुपये
स्टेशनरी : 100 रुपये
अब तक 1.53 लाख बच्चों के अभिभावकों को यह राशि भेजी जा चुकी है, क्योंकि उनके आधार कार्ड और बैंक खाते अपडेट हैं।

शिक्षकों और प्रशासन का प्रयास
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राम प्रवेश ने कहा कि आधार कार्ड और बैंक खाते की केवाईसी कराना अभिभावकों की जिम्मेदारी है। फिर भी बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) पर कैंप लगाकर आधार कार्ड बनवाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे अभिभावकों का पूरा सहयोग करें, ताकि बच्चों को उनकी सुविधाओं से वंचित न रहना पड़े।

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