ईडी की पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव से लंबी पूछताछ : आय से अधिक संपत्ति मामले में बयान दर्ज

UPT | पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव

Oct 29, 2024 09:57

विजिलेंस जांच के अनुसार, पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव की समस्त वैध स्रोतों से लगभग 1.12 करोड़ रुपये की आय होने के बावजूद उनके खर्चे और संपत्ति 1.80 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस असंगति के चलते उनके खिलाफ जांच में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप सही पाया गया।

Lucknow News : समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की लंबी पूछताछ में कई अहम जानकारी सामने आई है। ईडी के अधिकारियों ने करीब आठ घंटे तक उनसे लगातार पूछताछ की। इसमें मुकेश श्रीवास्तव से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में दर्ज मुकदमे के आधार पर सवाल पूछे गए। विजिलेंस की ओर से पहले से मुकेश श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। इसी आधार पर ईडी ने भी इस मामले में सक्रिय रूप से जांच शुरू की है।

एनआरएचएम घोटाले में भी फंस चुके हैं मुकेश श्रीवास्तव
मुकेश श्रीवास्तव, उनकी पत्नी और भाई का नाम नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) घोटाले में भी पहले आ चुका है। बहुजन समाज पार्टी की मायावती सरकार के समय हुए इस घोटाले में बड़ी संख्या में लोगों की संलिप्तता की जांच की गई थी। एनआरएचएम के कारण मुकेश को पहले भी जेल जाना पड़ा था।



संपत्ति और खर्च में अंतर 
विजिलेंस जांच के अनुसार, पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव की समस्त वैध स्रोतों से लगभग 1.12 करोड़ रुपये की आय होने के बावजूद उनके खर्चे और संपत्ति 1.80 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस असंगति के चलते उनके खिलाफ जांच में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप सही पाया गया। विजिलेंस ने शासन की अनुमति लेकर इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था।

सपा में शामिल होने के बाद भी हार का सामना
मुकेश श्रीवास्तव ने पहले कांग्रेस से विधायक रहते हुए पयागपुर सीट से चुनाव जीता था। बाद में 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा और उसके टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन दो बार हार का सामना करना पड़ा। सपा के टिकट पर लगातार दो चुनाव हारने के बावजूद वे अब भी पार्टी के एक प्रमुख नेता बने हुए हैं।

संपत्तियों की विस्तृत जांच और बयान दर्ज
इस मामले में मुकेश श्रीवास्तव के बयान भी दर्ज किए गए हैं। संपत्तियों की जांच में संदेह के आधार पर उनकी पत्नी और भाई की भी भागीदारी पर ध्यान दिया जा रहा है। जांच अधिकारियों का मानना है कि घोटाले और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामलों में कई महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हो सकते हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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