इस मामले में बिजली चोरी के लिए सर्विस केबल को काटकर बाईपास तार जोड़ा गया। ऐसा करने से मीटर को प्रभावित किए बिना सीधे बिजली की चोरी संभव हो जाती है। अभियंताओं का कहना है कि ऐसे मामलों में पकड़ा जाना मुश्किल होता है। लेकिन, नियमित मॉर्निंग रेड और जांच के चलते यह मामला पकड़ में आया।