पूर्व IAS मोहिंदर सिंह की बढ़ेंगी मुश्किलें : ईडी ने फिर नोटिस भेजा, 5 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया

UPT | पूर्व IAS मोहिंदर सिंह की बढ़ेंगी मुश्किलें

Sep 28, 2024 18:27

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह को नोएडा के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में फिर से नोटिस जारी किया है। उन्हें 5 अक्टूबर को लखनऊ स्थित जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए तलब किया गया है।

Short Highlights
  • पूर्व IAS मोहिंदर सिंह की बढ़ेंगी मुश्किलें
  • ईडी ने फिर भेजा पूछताछ के लिए नोटिस
  • संदिग्ध लेन-देन की मिली जानकारी
Lucknow News : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह को नोएडा के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में फिर से नोटिस जारी किया है। उन्हें 5 अक्टूबर को लखनऊ स्थित जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए तलब किया गया है। इससे पहले, 25 सितंबर को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं आए। यह दूसरी बार है जब उन्हें जांच एजेंसी के सामने पेश होने का मौका दिया गया है। यदि वे इस बार भी उपस्थित नहीं होते हैं, तो उनके पासपोर्ट को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। 

विदेश यात्राओं की जुटा रहा जानकारी
ईडी पूर्व आईएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह और उनके परिवार की पिछले 10 वर्षों की विदेश यात्राओं के बारे में भी जानकारी जुटा रहा है। सूत्रों के अनुसार, ईडी को उनके और उनके परिवार के विदेश यात्रा संबंधी विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है, ताकि यह समझा जा सके कि क्या इन यात्राओं से ठगी के मामले में कोई संबंध है। मोहिंदर सिंह की पत्नी और अन्य परिवार के सदस्य वर्तमान में अमेरिका में हैं। एजेंसी का मानना है कि यह जानकारी ठगी के मामले की तह तक पहुंचने में सहायक हो सकती है।



कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद
ईडी ने हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (एचपीपीएल) द्वारा किए गए 426 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में जांच शुरू की थी। हाल ही में एजेंसी ने कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें मोहिंदर सिंह का आवास भी शामिल था। छापेमारी के दौरान सवा पांच करोड़ का हीरा, 35 हीरों के सर्टिफिकेट और संपत्तियों से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। इसके अलावा, एजेंसी ने नकद, सोने और हीरों के गहनों के अलावा करोड़ों की संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए हैं। 

संदिग्ध लेन-देन की मिली जानकारी
ईडी की जांच मोहिंदर सिंह की बेनामी संपत्तियों और उनके द्वारा एचपीपीएल के संचालकों को लाभ पहुंचाने की संभावनाओं पर केंद्रित है। जांच एजेंसी ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें कई ठिकानों से संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के बारे में जानकारी मिली है। पूर्व आइएएस अधिकारी की भूमिका बहुचर्चित स्मारक घोटाले में भी संदिग्ध मानी जा रही है। इस सबके बीच, ईडी जल्द ही अन्य आरोपितों से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।

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