Lucknow News : किसानों ने एलडीए का किया घेराव, मुआवजा न मिलने पर जताया आक्रोश

UPT | किसानों ने एलडीए का किया घेराव।

Jan 03, 2025 17:22

मुआवजे का भुगतान समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने शुक्रवार को एलडीए मुख्यालय में हंगामा किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों का आरोप था कि एलडीए ने उनकी भूमि का अधिग्रहण कर लिया, लेकिन मुआवजा नहीं दिया गया।

Lucknow News : मुआवजे का भुगतान समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने शुक्रवार को एलडीए मुख्यालय में हंगामा किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों का आरोप था कि एलडीए ने उनकी भूमि का अधिग्रहण कर लिया, लेकिन मुआवजा नहीं दिया गया। उनका कहना है कि लंबे समय से मांग पूरी करने की बात कही जा रही है, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता है। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष और बुजुर्ग मौजूद रहे।

आर्थिक स्थिति बिगड़ी
किसानों ने कहा कि जमीन अधिग्रहण के बाद उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। वह रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीतापुर रोड नगर प्रसार योजना के तहत सीतापुर रोड और रेलवे लाइन के बीच में महिबुल्लापुर के साथ आस-पास के कई गांवों के की भूमि का अधिग्रहण किया गया था। अपर जिलाधिकारी ने 1981 में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की थी। एलडीए ने किसानों से कोई समझौता पत्र नहीं लिया था। मुआवजे का भुगतान भी नहीं किया था। 



किसानों की प्रमुख मांगें
  • बसंत कुन्ज योजना सीतापुर नगर प्रसार योजना (जानकीपुरम) के लिए एक साथ 1981 में भूमि का अधिग्रहण किया गया था लेकिन बसंत कुन्ज योजना में कोर्ट के आधार पर किसानों को बढ़कर मुआवजा दिया गया है। अभी जल्द में कोर्ट के आधार पर प्यारेपुर के किसानों का मुआवजा बढ़ाया गया है। उसी तर्ज पर सीतापुर रोड नगर प्रसार, अलीगंज योजना के किसानों को कोर्ट के आधार पर मुआवजा बढ़ाकर भुगतान किया जाए।
  • सीतापुर रोड जानकीपुरम में 25 नवंम्बर 2023 को लगभग 84 चबूतरों की लाटरी डाली गयी थी। जिसमें अधिकांश किसानों की रजिस्ट्री हो चुकी है। अभी 15-20 किसानों की रजिस्ट्री होनी है। कुछ अराजक तत्व एलडीए के अधिकारियों को भ्रमित करते हैं। वह कह रहे हैं कि किसानों की लाटरी गलत तरीके से डाली गयी। जबकि किसानों के चबूतरों के फार्म एसडीएम अर्जन के वहां से जांच कर पात्र किसानों की सूची से लाटरी की गयी। जिससे बचे पात्र किसानों की रजिस्ट्री रोक दी गयी।
  • सीतापुर रोड और रेलवे लाइन के बीच स्थित ग्राम महिबुल्लापुर समेत कई गांवों की किसानों की भूमि का अधिग्रहण 1981 में किया था। इसमें महिबुल्लापुर की गाटा संख्या 443, जो शिवलाल पुत्र के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज थी, भी शामिल थी। हालांकि, इस भूमि पर न तो कोई विकास कार्य हुआ और न ही कोई योजना लागू की गई। किसानों से न कोई समझौता पत्र लिया गया और न ही मुआवजे का भुगतान किया गया, जबकि कुछ किसानों को मात्र एवार्डेड राशि का भुगतान किया गया। जब किसान मुआवजा मांगने गए तो भूमि अधिग्रहण कार्यालय के अधिकारियों ने यह कहकर मुआवजा देने से इंकार कर दिया कि यह भूमि उनकी योजना में नहीं आती है। इसके अलावा किसानों ने अन्य कई मांगें भी उठाई हैं। भारतीय किसान यूनियन (अरा) के राजू गुप्ता की अगुवाई में एकजुट हुए किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

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