Lucknow News : गोमतीनगर में युवती से छेड़छाड़ मामले में पांच पुलिसकर्मी पाए गए दोषी, चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी

UPT | गोमतीनगर में बारिश में हुड़दंग

Oct 18, 2024 00:56

घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो और फोटो वायरल हुए थे, जिनमें अराजकता फैलाने और छेड़छाड़ करने वाले लोग साफ नजर आ रहे थे। पुलिस ने इन वीडियो और फोटो की मदद से आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार किया। मामले की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। अब पुलिस इन पुख्ता सबूतों के आधार पर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है।

Lucknow News : गोमतीनगर में ताज होटल के पास अंडरपास पर जलभराव के दौरान युवती से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस विभाग ने तत्कालीन गोमतीनगर एसएचओ दीपक कुमार पांडेय समेत पांच पुलिसकर्मियों को दोषी पाया है। विभागीय जांच में इन पुलिसकर्मियों की लापरवाही के चलते इस गंभीर घटना के घटित होने की पुष्टि हुई है। अब उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

भारी बारिश के दौरान हुई थी घटना
31 जुलाई को लखनऊ में भारी बारिश के चलते गोमतीनगर के मरीन ड्राइव पुल के नीचे जलभराव हो गया था, जिससे वहां 40-50 लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इस भीड़ ने उस दौरान उपद्रव करते हुए एक युवती को निशाना बनाया। युवती अपने दोस्त के साथ बाइक पर सवार होकर जा रही थी, जब उसे छेड़छाड़ कर भीड़ ने पानी में गिरा दिया। इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।



पुलिसकर्मियों की गैर-मौजूदगी पर सवाल
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि घटनास्थल पर भारी भीड़ जुटने के बावजूद वहां पुलिसकर्मियों की गैर-मौजूदगी सवाल खड़े करती है। अमूमन मरीन ड्राइव पर बारिश या किसी विशेष अवसर पर भीड़भाड़ होती है, फिर भी तत्कालीन एसएचओ दीपक कुमार पांडेय, दरोगा ऋषि विवेक, दरोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर और सिपाही वीरेंद्र कुमार वहां मौजूद नहीं थे। इसी वजह से बेखौफ लोगों ने मनमानी की। 

हटाए गए थे वरिष्ठ अधिकारी 
इस घटना के बाद तत्कालीन डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह, एडीसीपी पूर्वी अमित कुमावत और गोमतीनगर एसीपी अंशु जैन को उनके पद से हटा दिया गया था। इससे स्पष्ट होता है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की गई है।

सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो हुए थे वायरल
घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो और फोटो वायरल हुए थे, जिनमें अराजकता फैलाने और छेड़छाड़ करने वाले लोग साफ नजर आ रहे थे। पुलिस ने इन वीडियो और फोटो की मदद से आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार किया। मामले की जांच लगभग पूरी हो चुकी है, और अब पुलिस इन पुख्ता सबूतों के आधार पर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है।

उच्चाधिकारियों को भेजी गई विभागीय जांच रिपोर्ट 
एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि विभागीय जांच पूरी हो चुकी है, और इसमें पुलिसकर्मियों की लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आई है। जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है, ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जा सके। 

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