Hardoi News : क्षत्रिय महासभा के मंच से बोले बृजभूषण शरण सिंह- 'मैं झुकता तो मसला हल हो जाता, पर किरदार का कत्ल हो जाता'

UPT | क्षत्रिय महासभा का कार्यक्रम

Oct 12, 2024 17:32

हरदोई के गांधी भवन में क्षत्रिय महासभा के कार्यक्रम में पहुंचे गोंडा के पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह शायराना अंदाज में कहाकि मैं झुक जाऊँ तो मसला हल हो जाएगा,मगर इससे मेरे किरदार का क़त्ल हो जाएगा।वह इशारों इशारों में अपनी बात कह गए....

Hardoi News : गोंडा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को हरदोई के गांधी भवन में आयोजित क्षत्रिय महासभा के कार्यक्रम में शायराना अंदाज में अपनी बात रखी। उन्होंने अपने संबोधन में इशारों-इशारों में कहा, "मैं झुक जाऊं तो मसला हल हो जाएगा, मगर इससे मेरे किरदार का कत्ल हो जाएगा।" इस बयान के माध्यम से उन्होंने बिना किसी राजनीतिक चर्चा के अपनी स्थिति को स्पष्ट किया। बृजभूषण शरण सिंह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, लेकिन मंच से उन्होंने किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर बात करने से परहेज किया।

क्षत्रिय गौरव का किया उल्लेख
कार्यक्रम के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने क्षत्रियों के इतिहास और गौरव पर भी बात की। उन्होंने कहा, "मुझे अपने कर्म पर विश्वास है और दुनिया मुझे जाने या न जाने, मैं खुद को जानता हूं और मुझे ईश्वर पर पूरा भरोसा है।" उन्होंने गर्व से कहा कि क्षत्रिय समाज का इतिहास त्रेता युग से लेकर द्वापर और कलयुग तक फैला हुआ है। उन्होंने अपने गर्व का इज़हार करते हुए कहा, "मुझे अपने ऊपर गर्व है और यह बात हर इंसान के अंदर होनी चाहिए।" उन्होंने रामायण के एक प्रसिद्ध श्लोक का हवाला देते हुए कहा, "हुई वही जो राम रचि राखा," यानी जो भगवान ने हमारे लिए रचा है, वही हमारे जीवन में होता है। इसके जरिए उन्होंने कर्म और ईश्वर पर भरोसा रखने की बात कही।



शायराना अंदाज में मंच से रखा विचार
बृजभूषण शरण सिंह ने अपने संबोधन में कोई सीधा राजनीतिक बयान नहीं दिया, लेकिन उन्होंने शायराना अंदाज में अपनी बात रखी, जो श्रोताओं के बीच काफी सराही गई। उन्होंने कहा, "मैं झुक जाऊं तो मसला हल हो जाएगा, लेकिन मेरे किरदार का कत्ल हो जाएगा।" इस बयान से उन्होंने अपनी स्थिति और अपने आत्मसम्मान के प्रति अपने अडिग रुख को स्पष्ट किया। 

विशेष अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में सवायजपुर के विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह और एमएलसी पवन चौहान की भी विशेष उपस्थिति रही। यह कार्यक्रम पूरी तरह से क्षत्रिय समाज के गर्व और उनके इतिहास पर केंद्रित था, जहां समाज के विभिन्न वर्गों से लोग उपस्थित थे। बृजभूषण शरण सिंह का यह बयान क्षत्रिय समाज की आत्मगौरव और उनके ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करता है, साथ ही उन्होंने अपनी दृढ़ता और सिद्धांतों पर अडिग रहने का संदेश भी दिया।

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