हरदोई में जिलाधिकारी ने ली बैठक : संस्कृत में शोध को बढ़ावा देने के निर्देश, जिले में संचालित हैं दस विद्यालय

UPT | कार्यक्रम का दृश्य

Oct 27, 2024 18:55

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के विकास भवन स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में डीएम मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री योगी के कर कमलों से संपूर्णानंद संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी में संस्कृत छात्रवृत्ति के शुभारंभ का जनपद स्तरीय आयोजन किया गया...

Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के विकास भवन स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में डीएम मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री योगी के कर कमलों से संपूर्णानंद संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी में संस्कृत छात्रवृत्ति के शुभारंभ का जनपद स्तरीय आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने वाराणसी में कुछ छात्रों को प्रतीकात्मक चेक भेंट किए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय संस्कृत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है और सरकार भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए प्रयासरत है।

11वें संस्कृत विद्यालय की स्थापना के लिए भूमि चिन्हित
उन्होंने बताया कि जिले में संस्कृत के 11वें विद्यालय की स्थापना के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। उत्तर प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख बच्चे संस्कृत के प्रति समर्पित हैं और संस्कृत में शोध को बढ़ावा दिया जाएगा। महर्षि अरविंदो का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा और उसका साहित्य हमारा सबसे बड़ा खजाना है। 



छात्रों से संस्कृत भाषा के प्रति समर्पण की अपील
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में कहा कि संस्कृत विभिन्न भाषाओं की जननी है और यह विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में से एक है। यह न केवल विचारों का आदान-प्रदान करती है, बल्कि हमारी संस्कृति को भी दर्शाती है। हमारे पुराणों की भाषा संस्कृत है, जो हमारे अंदर की नकारात्मकता को दूर करती है। जिले में पहले से 10 विद्यालय संचालित हैं और एक अन्य विद्यालय का निर्माण जल्द शुरू होगा।

सीडीओ ने दी सलाह
सीडीओ सौम्या गुरूरानी ने सभी छात्रों से संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने में योगदान देने की अपील की, यह कहते हुए कि संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति का आधार है। जिलाध्यक्ष भाजपा अजीत सिंह बब्बन ने मुख्यमंत्री द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और सभी छात्रों को मन लगाकर अध्ययन करने की सलाह दी।

सभी स्तर के संस्कृत छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा
जिला विद्यालय निरीक्षक बाल मुकुंद प्रसाद ने बताया कि इस योजना से सभी स्तर के संस्कृत छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा, जिसके लिए 50 प्रतिशत अंक और 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। जनपद स्तर पर एक नए संस्कृत विद्यालय के लिए भूमि चिन्हित की गई है, और कल तक 504 छात्रों की छात्रवृत्ति उनके खातों में पहुंच जाएगी। 

10 चयनित छात्रों को छात्रवृत्ति का डमी चेक प्रदान किया
डीएम मंगला प्रसाद सिंह और जिलाध्यक्ष भाजपा अजीत सिंह बब्बन ने 10 चयनित छात्रों को छात्रवृत्ति का डमी चेक प्रदान किया। इस अवसर पर विभिन्न संस्कृत विद्यालयों के प्राचार्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए, और जनपद के विभिन्न संस्कृत विद्यालयों के प्राचार्य एवं छात्र उपस्थित रहे।

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