Lucknow News : एचएमपीपी संक्रमित बुजुर्ग महिला बलरामपुर अस्पताल में भर्ती, जानकारी नहीं देने पर प्राइवेट लैब पर होगी कार्रवाई

UPT | बलरामपुर अस्पताल

Jan 10, 2025 12:24

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि निजी लैब ने संक्रमण की रिपोर्ट के बावजूद सीएमओ कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी। अगर केजीएमयू की जांच रिपोर्ट इस रिपोर्ट से भिन्न आती है, तो निजी लैब पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Lucknow News : राजधानी के नेहरू नगर की रहने वाली 60 वर्षीय महिला में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य महकमा जहां अलर्ट हो गया है, वहीं इस मामले में प्राइवेट लैब की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। जिस वायरस को लेकर देश दुनिया में इतना शोर शराबा मच रहा है, उसे लेकर मरीज में संक्रमण की पुष्टि होने के बावजूद मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी कार्यालय को अवगत कराना तक जरूरी नहीं समझा गया। महिला को पहले केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया था, लेकिन बेड की कमी के कारण उन्हें बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। अब महिला को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग ने की सख्त निगरानी
इस बीच महिला के संपर्क में आए लोगों की पहचान और जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष टीमें गठित की हैं। इन टीमों को निर्देश दिया गया है कि वे संपर्क में आए सभी लोगों के नमूने लेकर जांच करें। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है।



निजी लैब की भूमिका पर सवाल
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि निजी लैब ने संक्रमण की रिपोर्ट के बावजूद सीएमओ कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी। अगर केजीएमयू की जांच रिपोर्ट इस रिपोर्ट से भिन्न आती है, तो निजी लैब पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच केजीएमयू की माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता जैन ने बताया कि एचएमपीवी वायरस की पहचान के लिए आरटीपीसीआर तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इस तकनीक में विशेष किट और रीजेंट का इस्तेमाल होता है, जो कोविड आरटीपीसीआर से अलग है।

सरकारी संस्थानों में मिलेगी मुफ्त जांच सुविधा
केजीएमयू और एसजीपीजीआई में एचएमपीवी वायरस की जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। दोनों संस्थानों में नमूनों की जांच पूरी तरह मुफ्त होगी। लक्षण वाले मरीजों के लार के नमूने लेकर जांच की जाएगी, जिसकी रिपोर्ट 24 से 72 घंटे में मिल जाएगी।

एचएमपीवी वायरस के लक्षण और प्रभाव
यह वायरस सांस संबंधी बीमारियों और फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है।
  • सामान्य लक्षण : खांसी, बुखार, गले में खराश, नाक बंद, सांस लेने में तकलीफ।
  • गंभीर प्रभाव : ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी जटिलताएं।
  • वायरस संक्रमित व्यक्ति से खांसने और छींकने के दौरान फैल सकता है।
  • मरीज आमतौर पर 3 से 6 दिनों तक बीमार रहता है।
बचाव के उपाय
  • इस वायरस से बचने के लिए कोविड जैसी सतर्कता जरूरी है:
  • हाथ धोने की आदत बनाएं।
  • गंदे हाथों से नाक, मुंह और आंखों को छूने से बचें।
  • संक्रमित व्यक्ति से उचित दूरी बनाए रखें।
  • लक्षण महसूस होने पर खुद को आइसोलेट करें।
  • भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें।
विशेषज्ञ की सलाह
केजीएमयू रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत के अनुसार, नए वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन, सतर्कता बेहद आवश्यक है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

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