Raebareli News : रायबरेली बस अड्डे के विकास के लिए पीपीपी मॉडल की योजना, जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण

UPT | निरीक्षण करती हुई जिलाधिकारी व विधायक

Jan 10, 2025 18:28

एयरपोर्ट की तर्ज पर बस पोर्ट बनाए जाने की योजना पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल ( पीपीपी ) योजन के जरिये रायबरेली के बस स्टेशन की कायापलट किया जाएगा।

Raebareli News : शहर के बस अड्डे की सुविधाओं में सुधार करने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत रायबरेली के बस स्टेशन का कायापलट किया जाएगा। इसी सिलसिले में आज जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने सदर विधायक अदिति सिंह के साथ जिले के प्रमुख बस अड्डे का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों को बस अड्डे के विकास के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बस अड्डे को पीपीपी मॉडल के तहत विकसित
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि बसों की पार्किंग और ठहराव की उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि करीब 50 बसों की पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि बसों को सड़कों पर खड़ा करने से बचा जा सके। इससे न केवल यातायात की समस्या का समाधान होगा, बल्कि जाम की स्थिति भी समाप्त हो जाएगी।

50 बसों की पार्किंग व्यवस्था 
उन्होंने यह भी कहा कि पार्किंग व्यवस्था का अभाव होने के कारण बसें सड़कों पर खड़ी रहती हैं, जिससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है और यातायात प्रभावित होता है। यदि बस अड्डे पर पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था हो, तो बसें अपने निर्धारित स्थल पर खड़ी होंगी, जिससे यातायात सुगम रहेगा और जाम की समस्या से निजात मिलेगी।



जिलाधिकारी और विधायक ने संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश
सदर विधायक अदिति सिंह ने कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि जनसामान्य को शीघ्र इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह परियोजना लोगों की यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी और शहर में यातायात को भी बेहतर बनाएगी। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सिद्धार्थ, सिटी मजिस्ट्रेट राम अवतार, एआरएम दिनेश चंद श्रीवास्तव, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी स्वर्ण सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधिगण मौजूद थे।

पीपीपी मॉडल के तहत बस अड्डे के विकास की योजना
पीपीपी मॉडल के तहत उत्तर प्रदेश के विभिन्न बस अड्डों का निर्माण और विकास निजी कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। इस मॉडल के तहत बस अड्डों पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जैसे कि एसी हाल, एटीएम, जलवायु नियंत्रण वाले पेयजल प्रणाली, डीलक्स शौचालय, पार्किंग, कैफेटेरिया और पूछताछ केंद्र आदि। इन सुविधाओं से यात्रियों को एक आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा अनुभव मिलेगा।

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