Lucknow University : प्रो. विमल कुमार जायसवाल के खिलाफ जांच के आदेश, कमेटी गठित, 15 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट

UPT | प्रोफेसर विमल कुमार जायसवाल।

Jan 10, 2025 18:49

लखनऊ विश्वविद्यालय (लवि) के कॉमर्स डिपार्टमेंट के अप्लाइड अर्थशास्त्र विभाग में कार्यरत प्रोफेसर विमल जायसवाल के खिलाफ शासन ने एक जांच कमेटी गठित की है।

Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय (लवि) के कॉमर्स डिपार्टमेंट के अप्लाइड अर्थशास्त्र विभाग में कार्यरत प्रोफेसर विमल जायसवाल के खिलाफ शासन ने एक जांच कमेटी गठित की है। उन पर गलत जानकारी देकर नियुक्ति पाने समेत कई गंभीर आरोप हैं। प्रोफेसर के खिलाफ तीन दिसंबर 2024 को हुई शिकायत के बाद कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी को इस मामले की जांच 15 दिन के अंदर पूरी करके शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।

कुलपति कमेटी के अध्यक्ष 
इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के अनुसचिव संजय कुमार द्विवेदी की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है। पत्र के अनुसार, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इसमें उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव प्रो. डीपी शाही, लखनऊ के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के कुलसचिव शामिल हैं।



गलत जानकारी देकर नियुक्ति पाने का आरोप
शासन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रोफेसर विमल जायसवाल की साल 2005 में लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉमर्स डिपार्टमेंट के अप्लाइड अर्थशास्त्र विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति की गई थी। उन्हें पिछड़ा वर्ग की नॉन क्रीमी लेयर संवर्ग के तहत नियुक्ति दी गई थी। जबकि उनके पिता राधेश्याम जयसवाल लखनऊ विश्वविद्यालय के फूड प्रोफेसर रहे हैं। साथ ही अटल बिहारी वाजपेई सरकार में योजना आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर कार्य कर चुके थे। इसके अलावा शिकायत में यह भी कहा गया है कि प्रोफेसर विमल जायसवाल ने परीक्षा केंद्रों के निर्धारण और शिक्षकों की नियुक्तियों में अनियमितताएं कीं। इसके साथ ही अंकों में हेर-फेर और शोध विद्यार्थियों का शोषण करने का भी आरोप लगाया गया है।

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