KGBV : यूपी में निरीक्षण-औचक जांच और सुरक्षा होगी सख्त, माता-पिता की पहचान के बिना विद्यालय में प्रवेश पर रोक

UPT | KGBV

Jan 07, 2025 11:14

विद्यालयों में बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, डोरमेट्री में रात्रि प्रवास की सख्ती और सुरक्षा गार्डों की तैनाती को अनिवार्य किया गया है। साथ ही, माता-पिता या अधिकृत अभिभावकों की पहचान के बिना परिसर में प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।

Lucknow News : प्रदेश सरकार ने यहां संचालित 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (KGBV) की सुरक्षा और शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें त्रैमासिक निरीक्षण, औचक जांच और नियमित समीक्षा की सख्त व्यवस्था लागू की गई है। यह निर्णय बालिकाओं को एक सुरक्षित, स्वच्छ, और गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।

बालिकाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर
विद्यालयों में बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, डोरमेट्री में रात्रि प्रवास की सख्ती और सुरक्षा गार्डों की तैनाती को अनिवार्य किया गया है। साथ ही, माता-पिता या अधिकृत अभिभावकों की पहचान के बिना परिसर में प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।



शिकायत-सुझाव के लिए ड्रॉप बॉक्स
छात्राओं और अभिभावकों की समस्याएं सीधे प्रशासन तक पहुंचाने के लिए विद्यालयों में ड्रॉप बॉक्स लगाए जाएंगे। किसी भी समस्या या घटना की सूचना त्वरित रूप से उच्च अधिकारियों को दी जाएगी। इसके अलावा, सभी प्रक्रियाओं को डिजिटल और पारदर्शी बनाने के लिए 'प्रेरणा' पोर्टल का उपयोग अनिवार्य किया गया है।

महिला अधिकारी की अनिवार्यता
निरीक्षण दल में एक महिला सदस्य को शामिल करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह दल पठन-पाठन, भोजन की गुणवत्ता, स्वास्थ्य सेवाओं और बालिकाओं के अधिकारों से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा। इस कदम का उद्देश्य छात्राओं को जागरूक और आत्मनिर्भर बनाना है।

विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने बताया कि त्रैमासिक निरीक्षणों के दौरान पाठ्यक्रम, मासिक परीक्षा और रिमेडियल टीचिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। निरीक्षण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मजिस्ट्रेट और महिला अधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है।

स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जोर
विद्यालयों में छात्राओं के स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाएंगे और नियमित स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था होगी। बिस्तर, बेड और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी। भोजन व्यवस्था को मानक के अनुसार रखा जाएगा और नमूनों को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

साइबर सुरक्षा और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
हर शनिवार को छात्राओं को 'सेफ टच', 'अनसेफ टच' और साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही, 'वीरांगना' पोर्टल के माध्यम से आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। छात्राओं को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग की जानकारी देने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।

सुरक्षा के अन्य उपाय
  • विद्यालय परिसर की दीवारों पर बाल अधिकार, पॉक्सो एक्ट की धाराएं, और हेल्पलाइन नंबर अंकित किए जाएंगे।
  • रात्रि गश्त के लिए पुलिस और महिला होमगार्ड की व्यवस्था की जाएगी।
  • परिसर को खतरनाक जीवों से मुक्त रखने के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे।
  • विद्यालयों की चहारदीवारी को मजबूत और मानक के अनुरूप बनाया जाएगा।

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